विश्व कछुआ दिवस क्यों मनाया जाता है क्या आप जानते है अगर नहीं जानते तो आज इस लेख में हम आपको बताने वाले है की विश्व कछुआ दिवस कब और क्यों मनाया जाता है.
कछुऐं धरती पर बहुत ही पुराने जीव हैं और उनकी कई तरह की प्रजातियां है उनकी कई प्रजातियां विलुप्त हो चुकी हैं, और कुछ खतरे में है, विश्व कछुआ दिवस (World Turtle Day) हर साल 23 मई को मनाया जाता है। यह दिन कछुओं और उनके प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य कछुओं के संरक्षण के महत्व को समझाना और उनके संरक्षण के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है.
भारत में कछुए को बहुत ही ज्यादा शुभ माना जाता है आपने देखा होगा लोग कछुए की मूर्ति अपने घरों में रखते हैं और कछुए वाली अंगूठी अपनी उंगली में धारण करते हैं लोगों की मान्यता है भगवान विष्णु ने कछुए का अवतार लिया था, कछुआ बहुत दीर्घायु होता है इसलिए यह भी मान्यता है कि कछुए की मूर्ति घर में रखने से परिवार में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं नहीं होगी वास्तु शास्त्र में तो कछुए को सुख समृद्धि शांति का प्रतीक माना जाता है.
कछुआ दिवस मनाने के पीछे कारण यह है कि कछुए धरती पर बहुत पुराने जीव हैं और इनका संरक्षण प्राकृतिक संतुलन और जैविक विविधता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है ये समुद्री और स्थलीय परिस्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ये समुद्र और धरती दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. समुद्री कछुए समुद्री पौधों और शैवाल को नियंत्रित करते हैं और स्थलीय कछुए मिट्टी को उर्वरता में मदद करते हैं. इससे पर्यावरण का संतुलन बना रहता है.
विश्व कछुआ दिवस का आयोजन American Tortoise Rescue (ATR) द्वारा किया जाता है, यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जो कछुओं के संरक्षण के लिए काम करता है. इस संगठन का मुख्य उद्देश्य है कछुओं की जागरूकता बढ़ाना, उनकी संरक्षण के लिए कानूनी कदम उठाना, उनके लिए स्थाई निवास स्थलों की रक्षा करना, और उनकी देखभाल करना. ATR कछुओं के हितों की रक्षा के लिए काम करता है.