World UFO Day 2022: हर साल दो जुलाई को विश्व यूएफओ दिवस के तौर पर मनाया जाता है. यूएफओ का मतलब होता है ‘अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट’ (Unknown Flying Object) या एलियन लाइफ फॉर्म्स. 2001 में एक संगठन ‘विश्व यूएफओ दिवस संगठन’ ने इस दिन को मनाने का फैसला किया ताकि यूएफओ में दिलचस्पी रखने वाले सभी लोग सबूत इकट्ठा कर सकें.
यूएफओ को आमतौर पर दूसरी दुनिया से पृथ्वी पर आने वाले एलियंस का अंतरिक्ष यान माना जाता है.
नासा की एक साइट के अनुसार, अभी तक किसी भी अंतरिक्ष यात्री ने अंतरिक्ष में ‘यूएफओ’ नहीं देखा है. और न ही अभी तक किसी विदेशी अंतरिक्ष यान को देखने का कोई सबूत मिला है.
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साल 2001 से यूएफओ दिवस (World UFO Day) मनाया जा रहा है. इसका मकसद है ‘अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट’ (UFO-Unknown Flying Object) और एलियंस की मौजूदगी पर बहस हो और सार्वजनिक तौर पर रिसर्च किए जाए. पहले ये 24 जून और 2 जुलाई दोनों दिनों पर मनाया जाता था. लेकिन अब इसे 2 जुलाई को ही मनाया जाता है.
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आसमान में दिखने वाली ऐसी कोई ऐसी रहस्यमयी चीज जो इंसानों ने नहीं बनाई हो उसे आमतौर पर UFO का नाम दे दिया गया. 1950 के दशक तक ऐसे कई UFO अमेरिका (America) समेत दुनिया (World) के कई देशों के आसमानों में देखे जाने लगे थे.
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रूसवेल क्रैश इतिहास का सबसे चर्चित केस माना जाता है. ये अमेरिका (America) के न्यू मेक्सिको के रूसवेल की साल 1947 की घटना है. जब एक संदिग्ध ‘गुब्बारे’ का क्रैश हुआ था. जबकि वहां रहने वाले कई लोगों ने ये माना था कि क्रैश हुआ मलबा, UFO का है.
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1970 के दशक के आसपास रूसवेल क्रैश पर कई थ्योरियां सामने आईं. एक थ्योरी में दावा किया गया कि ये मलबा स्पेसक्राफ्ट का है और मलबे से एलियंस (Aliens) का एक शव भी बरामद हुआ है, जिस पर वैज्ञानिकों (Scientist) ने रिसर्च (Research) भी की.