Zojila Tunnel Construction: जोजिला सुरंग का 40 प्रतिशत निर्माण कार्य हुआ पूरा, समयसीमा 2030 पर पहुंची

Zojila Tunnel Construction: जोजिला सुरंग जोजिला दर्रे को पार करने में लगने वाले समय को चार घंटे से घटाकर महज 15 मिनट कर देगी. बताया जाता है कि यह एशिया की अपनी तरह की सबसे लंबी सुरंग होगी और सबसे अधिक ऊंचाई पर होगी.

By Shaurya Punj | August 1, 2023 11:59 AM

Zojila Tunnel Construction: सभी मौसमों में कश्मीर घाटी और लद्दाख के बीच संपर्क सुविधा प्रदान करने वाली जोजिला सुरंग के बनकर तैयार होने की समयसीमा को कठिन भौगोलिक स्थिति और मौसम संबंधी चुनौतियों के चलते बढ़ा दिया गया है. अधिकारियों ने यह बात कही.

एशिया की अपनी तरह की सबसे लंबी सुरंग

उन्होंने बताया कि यह सुरंग जोजिला दर्रे को पार करने में लगने वाले समय को चार घंटे से घटाकर महज 15 मिनट कर देगी. बताया जाता है कि यह एशिया की अपनी तरह की सबसे लंबी सुरंग होगी और सबसे अधिक ऊंचाई पर होगी.

40 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा

40 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हुआ

अधिकारियों ने बताया कि 13 किलोमीटर लंबी इस सुरंग का 40 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है लेकिन भौगोलिक स्थिति और मौसम ऐसी चुनौतियां खड़े कर रहे हैं कि बाकी काम में इतना अधिक समय लग रहा है.

निर्माण कार्य कई बार रोकना पड़ा

सीमा सड़क संगठन के कैप्टन आई के सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह हिमस्खलन के जोखिम से भरा क्षेत्र है. मौसम और भौगोलिक स्थिति के कारण उत्पन्न कठिनाइयों के चलते निर्माण कार्य कई बार रोकना पड़ा. यह सुरंग दिसंबर, 2026 तक बनकर तैयार हो जानी थी. लेकिन अब चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इसकी समयसीमा बढ़ाकर दिसंबर, 2030 कर दी गई है.’’

श्रीनगर-करगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर 11,578 फुट की ऊंचाई पर जोजिला दर्रे पर यह सुरंग परियोजना रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है.

सुरंग इस बाधा को दूर करेगी

यह राजमार्ग भारी हिमपात के कारण सर्दी के मौसम में बंद रहता है जिससे लद्दाख क्षेत्र का कश्मीर से संपर्क कट जाता है. यह सुरंग इस बाधा को दूर करेगी तथा लद्दाख के लिए सभी मौसमों में संपर्क प्रदान करने वाली साबित होगी. यह सुरंग मध्य कश्मीर में गांदेरबल जिले के बालटाल से लद्दाख के करगिल जिले के मिनिमार्ग तक होगी.

6,800 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है इस सुरंग के निर्माण

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2018 में जोजिला सुरंग की आधारशिला रखी थी. मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने 6,800 करोड़ रुपये की लागत से इस सुरंग के निर्माण, संचालन एवं रखरखाव की मंजूरी दी थी.

जानें जोजिला सुरंग के बारे में

• अक्टूबर, 2020 में शुरू हुआ था जोजिला टनल का निर्माण कार्य

• दिसंबर, 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगी, 28 प्रतिशत कार्य पूरा

• गांदरबल जिले में स्थित बालटाल से कारगिल जिले में द्रास के मिनीमर्ग को जोड़ती है

• कश्मीर होते हुए लद्दाख का सालभर सड़क संपर्क बना रहेगा टनल बनने से

• 11.578 फीट की ऊंचाई पर है श्रीनगर- कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर

• 13.14 किलोमीटर लंबी होगी सिंगल ट्यूब की यह सुरंग

• 18 किलोमीटर की एप्रोच रोड भी बन रही, 60% काम पूरा

• एप्रोच रोड मिलाकर पूरी लंबाई 31 किलोमीटर है।

• दोनों सिरों से तीन- तीन किलोमीटर की खोदाई पूरी हो चुकी

• न्यू अस्ट्रियन प्रणाली का इस्तेमाल किया जा रहा खोदाई में

यह होगा लाभ

मौजूदा परिस्थितियों में मौसम व रास्ता अनुकूल होने की स्थिति में वाहनों को जोजि ला पार करने में सिर्फ 20 मिनट लगेंगे। अभी कम से कम तीन घंटे लगते हैं।

• इसके बनने से ईंधन की बचत होगी। साथ ही पर्यावरण संरक्षण भी सहायक होगा

• आम लोगों पर और सरकारी खजाने पर बोझ कम होगा

• जोजिला में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर भी रोक लगेगी

जानें इसके लाभ

• हिमस्खलन और भारी हिमपात से यात्रियों को बचाएगी

• साल भर कनेक्टिविटी मिलेगी, सोनमर्ग का आर्थिक विकास होगा

• सोनमर्ग में पर्यटन बहुरेगा, साहसिक पर्यटन के विकल्प खुलेंगे

• विकास होने से क्षेत्र में रोजगार के नए विकल्प खुलेंगे

भाषा इनपुट के साथ

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