लड़कियां बोल्ड होंगी तभी रुकेगा इव टीजिंग

घर का काम-काज, कैरियर और परिवार की दोहरी जिम्मेदारियों को निभाना आसान नहीं होता. उसके ऊपर से इव टीजिंग की समस्या. इन सब से हर दिन का जूझना जैसे जिंदगी का एक हिस्सा बन चुका है. बचपन से इन सारी समस्याओं को देख रही हूं. पर शायद ही कोई ऐसा दिन रहा होगा, जब घूरती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 24, 2017 1:02 PM

घर का काम-काज, कैरियर और परिवार की दोहरी जिम्मेदारियों को निभाना आसान नहीं होता. उसके ऊपर से इव टीजिंग की समस्या. इन सब से हर दिन का जूझना जैसे जिंदगी का एक हिस्सा बन चुका है. बचपन से इन सारी समस्याओं को देख रही हूं. पर शायद ही कोई ऐसा दिन रहा होगा, जब घूरती नजरों, बैड टच फीलिंग नहीं झेली होंगी. फिर भी उनसे रोज सामना करती हूं.

अब तो ऐसा लगता है कि बच्ची हो या जवान, अधेड़ हो या बुढ़िया. लड़के सब में मजा लेने की सोचते हैं. थोड़ी मोटी लड़की दिख रही है, तो ऐसा कमेंट करेंगे. जैसे हमारा उम्र उन पर भारी पड़ रहा है. रंग सांवला हो तो ब्लैक ब्यूटी कहेंगे. उम्र अधिक हो रही है, तो एक्सपायरी कह कर टीज करेंगे. आखिर करें, तो क्या करें, जिससे उन्हें सबक सिखाया जा सकें. रात को जब मैं मार्केट से लौटती हूं, तो ऑटो स्टैंड पर भीड़ होती है. क्योंकि कोचिंग क्लास खत्म होने के बाद लड़के -लड़कियों की भीड़ जमने लगती है. ऐसे में ऑटाे लेने की होड़ लग जाती है.

उसी भीड़ में मुझे भी ऑटो लेना होता है. ऑटो लेने की आपाधापी में कई ऐसे लड़के होते हैं, जो टच करते हैं. कभी हमारे पीट पर हाथ रखते हैं. तो कई बार हांथों की कोहनियों से टच करते हैं. इस सब से बचने के लिए अब मैं ट्रैफिक पुलिस आैर एसपी का नंबर रखने लगी हूं. क्योंकि कई बार ऑटो वाले भी बदमाशी करते हैं. ऐसे में अब कोई परेशानी होती है, तो उन्हें काॅल कर देती हूं. वे लोग मदद करने भी पहुंचते हैं.

मैं अपने साथ अपनी सभी दोस्तों को भी अलर्ट रहने की सलाह देती हूं. क्योंकि इन सब से निबटने के लिए अब लड़कियाें को बोल्ड होना होगा, तभी इन सब पर लगाम लगाया जा सकता है. यदि इसे आंख बंद कर इगनोर करते रहें, तो छेड़-छाड़ करने वाले लोगों का मनोबल बढ़ता चला जायेगा. सरकार को भी हमें जगाना होगा, कि हमें वह इन समस्याओं से निजात दिला सकें. तभी समाधान संभव है.

सीमा

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स्कूल-कॉलेज जाते समय सड़क किनारे बदमाशों की बुरी नजरों की शिकार हुई हैं? ऑटो या बस वालों के गंदे व भद्दे गीतों या कमेंट को सुनकर शर्म से अपना सिर झुकाया है? ऑफिस या घर के आस पास ईव टीजिंग जैसी जुर्रत को सहा है? अगर हां, तो हमसे शेयर करें. यकीन मानें, आप पर बीती उन बातों से आम लड़कियों को सतर्क होने की ताकत मिलेगी और ऐसे बेशर्मों को अपने किये पर शर्म भी आयेगी. आप अपनी बात हमें हमारे मेल आइडी life@prabhatkhabar.in पर फोटो के साथ भेज सकती हैं.

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