दही खाने से जोड़ों के दर्द में मिलेगा लाभ
भारत में दही को रिवाजों के हिसाब से तो शुभ माना ही जाता है, यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है. यह दूध की तुलना में जल्दी पचता है. जिन लोगों को पेट से संबंधित परेशानी हो जैसे- अपच, कब्ज, गैस आदि. उनके लिए दही उपयोगी माना जाता है. यह आंत की गरमी को […]
भारत में दही को रिवाजों के हिसाब से तो शुभ माना ही जाता है, यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है. यह दूध की तुलना में जल्दी पचता है. जिन लोगों को पेट से संबंधित परेशानी हो जैसे- अपच, कब्ज, गैस आदि. उनके लिए दही उपयोगी माना जाता है. यह आंत की गरमी को दूर करता है. इसके अन्य फायदे इस प्रकार हैं.
डाइजेशन अच्छी तरह होता है. इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी जैसे पोषक तत्व पाये जाते हैं.
दांतों और हड्डियों को मजबूत बनानेवाले कैल्शियम की मात्रा दूध की अपेक्षा दही में 18 गुणा ज्यादा होती है.
दही पेट की गरमी दूर करता है. दही की छाछ या लस्सी पीने से पेट की गरमी शांत होती है. पेट में गड़बड़ होने पर दही के साथ ईसबगोल की भूसी लेने या चावल में दही मिला कर खाने से दस्त बंद हो जाता है.
अमेरिकी आहार विशेषज्ञों के अनुसार दही का नियमित सेवन आंतों का रोग व पेट संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं.
दही में दिल के रोग, हाइ ब्लडप्रेशर और गुर्दों की बीमारियों को रोकने की की क्षमता है. यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है और दिल की धड़कन को कंट्रोल में रखता है.
दही में कैल्शियम अधिक मात्रा में पाये जाते हैं. यह हड्डियों के विकास में सहायक होता है. यह दांतों और नाखूनों को भी मजबूत बनाता है.