जानिए 80 प्रतिशत भारतीयों के पीठ में क्यों होती है दर्द की शिकायत
पटना : बिहार आर्थोपेडिक एसोसिएशन, वेस्टर्न पटना क्लब एवं ग्लोबल आर्थोपेडिक फोरम के द्वारा सीएमइ और पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया. रविवार को हुए इस डिस्कशन का विषय जोड़ों का दर्द एवं पीठ का दर्द था, जिसमें पटना एवं दिल्ली से आये हुए हड्डी रोग विशेषज्ञों ने संगोष्ठी के माध्यम से अपने-अपने विचारों को […]
पटना : बिहार आर्थोपेडिक एसोसिएशन, वेस्टर्न पटना क्लब एवं ग्लोबल आर्थोपेडिक फोरम के द्वारा सीएमइ और पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया. रविवार को हुए इस डिस्कशन का विषय जोड़ों का दर्द एवं पीठ का दर्द था, जिसमें पटना एवं दिल्ली से आये हुए हड्डी रोग विशेषज्ञों ने संगोष्ठी के माध्यम से अपने-अपने विचारों को रखा.
संगोष्ठी का उद्घाटन राज्य के अपर स्वास्थ्य सचिव संजय सिंह द्वारा दीप जला कर किया गया. उन्होंने कहा कि घुटने का दर्द एवं पीठ का दर्द एेसी समस्या है जो आम लोगो को परेशान करती है. इसके निदान के लिए इस तरह की संगोष्ठी का आयोजन होते रहना चाहिए. पहले संगोष्ठी का संचालन पीएमसीएच के डॉ राजीव आनंद ने किया. दिल्ली से आये डॉ राजीव शर्मा ने कहा कि ज्यादा वजन होना जोड़ों के दर्द के लिए खतरनाक है. इससे बचने के लिए अपने शरीर का सामान्य वजन रखे, व्यायाम एेसा करे जिससे जोड़ो पर असर कम पड़े, व्यायाम एक सीमा तक ही करें शामिल है.
डॉ राजीव रंजन ने खान-पान पर संयम रखने की सलाह दी. संगोष्ठी में डॉ अनूप कुमार, डॉ निशिकांत, डॉ आशिष सिंह ने भी अपने विचार रखे. वहीं दूसरे संगोष्ठी का संचालन ग्लोबल आर्थोपेडिक फोरम के सचिव एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ अमूल्य कुमार सिंह ने किया. नयी दिल्ली से आये हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ विक्रम सिंह ने कहा कि 80 प्रतिशत भारतीयों मेंं पीठ दर्द की शिकायत होती है. ज्यादा वजन उठाने से, गलत पोस्चर से, गलत तरीके से सोने पर, व्यायाम ना करने से ऐसा होता है.
पीएमसीएच के विभागाध्यक्ष डॉ वी के सिन्हा कहा की पीठ का दर्द ज्यादा वजन, गर्भावस्था, तनाव एवं धूम्रपान से बढ़ता है. डॉ मनीषा सिंह ने पीठ के दर्द एवं कैंसर में होने वाली समस्याओं पर प्रकाश डाला. संगोष्ठी में डॉ महेश, डॉ अमर कुमार सिंह, डॉ रितेश रून्नू, डॉ गौतम प्रसाद ने प्रकाश डाला.वहीं धन्यवादज्ञापन डॉ अमलेश कुमार ने किया. संगोष्ठी में डॉ सरसिज नयनम, डॉ एसपी गुप्ता, डॉ यूके गुप्ता, डॉ आबीदीन, डॉ राजेश गोस्वामी, डॉ मनोज, डॉ तरूण भरथुहार आदि उपस्थित थे.