जो भी पढ़ता हूं, दूसरे दिन भूल जाता हूं

बच्चों की सही परवरिश हर घर की समस्या है. बच्चे के खाने-पीने, पढ़ने-लिखने से लेकर फ्रेंडशिप तक माता-पिता उलझनों से घिरे रहते हैं. वहीं किशोर अपनी परेशानी किसी से कह नहीं पाते. इन्हीं उलझनों के लिए आपको दे रहे हैं यह मंच, जहां बेस्ट एक्सपर्ट आपको करेंगी गाइड. डियर मैम, मुझे ISC में 67% अंक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2017 12:49 PM

बच्चों की सही परवरिश हर घर की समस्या है. बच्चे के खाने-पीने, पढ़ने-लिखने से लेकर फ्रेंडशिप तक माता-पिता उलझनों से घिरे रहते हैं. वहीं किशोर अपनी परेशानी किसी से कह नहीं पाते. इन्हीं उलझनों के लिए आपको दे रहे हैं यह मंच, जहां बेस्ट एक्सपर्ट आपको करेंगी गाइड.

डियर मैम, मुझे ISC में 67% अंक आये और ICSE में 80%. मैंने झारखंड पॉलीटेक्निक पास कर मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया, पर मेरा एडमिशन BCA के लिए BIT लालपुर सेंटर में हो चुका है. प्लीज बताएं कि आगे मैं क्या करूं?
amishaneh333@gmail.com
जब बीआइटी में एडमिशन हो गया, तो सोचना क्या, आपको पढ़ाई शुरू करनी चाहिए.
मैं 10वीं में हूं और पिछले वर्ष 70% अंक प्राप्त किये. मैं सभी विषयों में ठीक हूं सिवाय मैथ के. इसमें मुझे पिछली बार 33% अंक ही मिले. आगे मैं साइंस से पढ़ाई करना चाहता हूं. आप बताइए कि मेरा मैथ कैसे अच्छा होगा?
mehtaanupam463@gmail.com
जब आपका गणित ही कमजोर है, तो उसे छोड़ कर अन्य विषय लीजिए. वैसे किसी भी कमजोर विषय में पारंगत होने के लिए अभ्यास बहुत महत्वपूर्ण है. साइंस पढ़ना चाहते हैं, तो खूब अभ्यास करिए. आप मैथ्स के फार्मूले कंठस्थ यानी अच्छी तरह से याद करिए और खूब प्रैक्टिस करिए. आप इसमें अपने किसी टीचर की मदद ले सकते हैं. ऐसे दोस्त की मदद ले सकते हैं, जो मैथ में स्ट्रॉन्ग हो. अभ्यास करेंगे, तो मुश्किल कुछ भी नहीं. प्रैक्टिस मेक्स अ मैन परफेक्ट.
मैं 12वीं क्लास में हूं और लगन से 6-7 घंटे पढ़ने की पूरी कोशिश करता हूं. पता नहीं क्यूं, जो भी याद करता हूं वह दूसरे ही दिन भूल जाता हूं. मैं बार-बार प्रयास करता हूं, फिर भी भूल जाता हूं. अगले साल बोर्ड एग्जाम भी है. आप कोई तरीका बताएं, जिससे बेहतर कर सकूं.
diggidavid0035@gmail.com
आप पढ़ाई को गंभीरता के साथ करें. जो नहीं याद हो रहा है, उसे लिख कर याद करें. जो भी आप पढ़ते हैं, सप्ताह में एक बार खुद का टेस्ट लें और फिर महीने के अंत में आपने जो भी पूरे महीने पढ़ा है, उसे बिना देखे लिखिए. इस तरह से रेग्युलर पढ़ाई करेंगे, तो याद भी रहेगा और परीक्षा के लिए अतिरिक्त तैयारी नहीं करनी पड़ेगी. बशर्ते आप पूरी ईमानदारी से अभी ये योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई शुरू कर दीजिए. पढ़ाई के दौरान मोबाइल से दूर रहिए.
वीना श्रीवास्तव
लेखिका व बाल मनोविज्ञान एक्सपर्ट

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