अमेरिका में पांच साल में 2078 महिलाओं पर हुआ एसिड अटैक

दुखद. फिल्म मेकर रबिना खान ने किया बड़ा खुलासा अमेरिकी फिल्म मेकर रबिना खान बताती हैं कि एसिड हमलावर हत्यारे नहीं होते वे महिलाओं को जीवन भर तड़पाना चाहते हैं. इसलिए ऐसे हमले करते हैं. रबिना खान एक फिल्म मेकर हैं. वह बताती हैं कि आठ साल पहले जब मैं अपनी शॉट फिल्म शोर्डेड का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2017 9:47 AM
दुखद. फिल्म मेकर रबिना खान ने किया बड़ा खुलासा
अमेरिकी फिल्म मेकर रबिना खान बताती हैं कि एसिड हमलावर हत्यारे नहीं होते वे महिलाओं को जीवन भर तड़पाना चाहते हैं. इसलिए ऐसे हमले करते हैं.
रबिना खान एक फिल्म मेकर हैं. वह बताती हैं कि आठ साल पहले जब मैं अपनी शॉट फिल्म शोर्डेड का स्क्रिनप्ले लिख रही थी, उस दौरान मैं उन महिलाओं से मिली जो एसिड अटैक की पीड़ित थीं और नकाब से अपना चेहरा छुपा कर रखती थीं.
फिल्म बनाने के दौरान मैंने जाना कि एसिड अटैक महिलाओं की हत्या करने की नियत से नहीं किया जाता. यह उन्हें जीवन भर तड़पाने, प्रताड़ित करने और उनके जीवन को बदलने के लिए किया जाता है. एसिड हमले पूरे विश्व में होते हैं लेकिन, इसका असल प्रभाव एशियाई महिलाओं पर देखने को मिलता है.
जो घरेलू हिंसा की शिकार भी हैं. जब ऐसी महिला अपना इलाज कराने किसी अस्पताल में जाती है, तो उसके चेहरे के जलने का कारण रिकार्ड नहीं किया जाता. इसलिए हमारे पास देशों के हिसाब से एसिड अटैक पीड़ितों की संख्या नहीं है. इंडिपेंडेंट में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में 2011-12 में144 ऐसे मामले दर्ज किये गये थे जिसमें कुछ ऐसी महिलाएं भी थी, जो केरोसिन व पेट्रोल से भी जल गयीं थी.
साल 2013 में टेलिग्रॉफ के अनुसार इसमें तीन गुणा बढ़त देखी गयी. सितंबर 2015 में गार्जियन में एक रिपोर्ट छपी जिसके अनुसार यह आंकड़ा पिछले 10 साल में दोगुना हो गया. साल 2010 तक महिला इस डर से इन मामलों में कुछ नहीं बोलती थी कि आरोपी और कोई खतरनाक कदम न उठा ले. इसके बाद मीडिया ने ऐसी खबरों को तरजीह देना शुरू कर दिया.
पहले जो एसिड के हमले होते थे वह आम तौर पर ईर्ष्यावश पूर्व प्रेमी किया करते थे. लेकिन, हाल के हमलों में कई प्रकार की बातें सामने निकलकर आयी है. लोग पारिवारिक बदला लेने के लिए भी ऐसे हमले करते हैं. एएसटीआइ (एसिड सर्वाइवर्स ट्रस्ट इंटरनेशनल) के मुताबिक, अमेरिका में दुनिया में सबसे ज्यादा एसिड अटैक किये जाते हैं.
साल दर साल बढ़े महिलाओं पर हमले
वर्ष 2011 से 2016 के बीच अमेरिका में 2078 एसिड हमले दर्ज किये गये. जिसमें केवल 414 मामलों में सजा हुई. सोशल मीडिया और ब्लॉग पर तर्क दिया जाता है कि अमेरिका में कुछ दशकों में विभिन्न प्रकार के संस्कृति आयी है. जिसके कारण ऐसे हमले हो रहे हैं. लेकिन, एएसटीआइ के निदेशक जेफ शाह इस विश्लेषण का विरोध करते हुए कहते हैं कि अमेरिका में पिछले 200 वर्षों से ऐसी हिंसा हो रही है.
सरकार अब एसिड हमलों के पीड़ितों के दबाव के कारण उत्पीड़कों के खिलाफ कड़े नियम लागू करने और एसिड पदार्थों की नाहक बिक्री पर रोक लगा रही है. उदाहरण के लिए, लंदन में एसिड हमले की शिकार पाकिस्तानी मॉडल रेहम खान ने लाइसेंस के बिना एसिड की खरीद पर प्रतिबंध लगाने के लिए चेंज.ओआरजी पर याचिका दायर की जिस पर अभी तक कुल चार लाख सत्तर हजार लोगों ने हस्ताक्षर किये हैं.

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