उन्होंने न केवल इसके लिए फंड दिया, बल्कि अपना निजी भवन भी दिया था. 1976 में इसका उद्घाटन तत्कालीन योजना आयोग के डिप्यूटी चेयरमैन ने किया. यहां एक ही छत के नीचे मेडिकल साइंस और टेक्नोलॉजी दोनों तरह की सुविधाएं मौजूद हैं. 1980 में इसे राष्ट्रीय अस्पताल घोषित किया गया. 253 बेडों की क्षमतावाले इस संस्थान का उद्देश्य मरीजों की बेहतर देखभाल, तकनीकी विकास और हेल्थ रिसर्च स्टडीज पर ध्यान देना है. यहां बायोकेमिस्ट्री, कार्डियोलॉजी, कार्डियोवैस्क्यूलर एंड थोरेसिक सर्जरी, सेल्यूलर एंड मॉलीक्यूलर कार्डियोलॉजी, क्लिनिकल इंजीनियरिंग, माइक्रोबायोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी विभाग मौजूद हैं.
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मस्तिष्क रोगों के इलाज में अग्रणी श्री चित्र तिरुनाल हॉस्पिटल
केरल के तिरुअनंतपुरम स्थित श्री चित्र तिरुनाल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, भारत सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के अधीन एक राष्ट्रीय संस्थान है. इसकी स्थापना 1973 में त्रावणकोर के महाराजा श्री चित्र तिरुनाल बलराम वर्मा ने केरल के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए की थी. उन्होंने न केवल इसके […]
केरल के तिरुअनंतपुरम स्थित श्री चित्र तिरुनाल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी, भारत सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के अधीन एक राष्ट्रीय संस्थान है. इसकी स्थापना 1973 में त्रावणकोर के महाराजा श्री चित्र तिरुनाल बलराम वर्मा ने केरल के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए की थी.
न्यूरोलॉजी के लिए है बेस्ट
1976 में न्यूरोलॉजी और न्यूरो सर्जरी की शुरुआत हुई. कार्डियोवैस्क्यूलर और न्यूरोलॉजी के लिए 239 बेड हैं. इस संस्थान ने एपिलेप्सी सर्जरी और डीप ब्रेन स्टिमम्यूलेशन के लिए उन्नत न्यूरोलॉजिकल थेरेपीज की खोज की. 15 सालों में 1220 एपिलेप्सी सर्जरी हुईं, जो एशिया के किसी भी हॉस्पिटल से ज्यादा है.
नये उपकरणों का विकास
बायोटेक्नोलॉजी डेवलपमेंट विंग ने चिकित्सीय उपकरणों, जैसे- डिस्पोजेबल ब्लड बैग सिस्टम, मैकेनिकल हार्ट वॉल्व प्रोस्थेसिस के विकास में अहम भूमिका निभायी है. यह भारत का एकमात्र संस्थान है, जिसने आर्टिफीशियल हार्ट वॉल्व का निर्माण किया है.
प्रस्तुति : पूजा कुमारी
विदेशों से आते हैं मरीज
यहां के ऑपरेशन थियेटर अनेक सुविधाओं और आधुनिक उपकरणों से लैस हैं, जिनमें इमेज गाइडेंस, एस्ट्रियोटेक्सी, हाइ एंड माइक्रोस्कोप, इंट्राओप इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिकल मॉनिटरिंग डिवाइसेज, न्यूमेटिक हाइ स्पीड ड्रिल्स एंड इंट्राऑपरेटिव अल्ट्रासाउंड प्रमुख हैं. यहां 13 बेड का आइसीयू और 4 ऑपरेशन थियेटर हैं. यहां सेरेब्रोवैस्क्यूलर सर्जरी, स्कल बेस सर्जरी, न्यूरो ओंकोलोजी, एपिलेप्सी सर्जरी, सर्जरी फॉर मूवमेंट डिसऑर्डर, स्पाइनल इन्सट्रूमेंटेशन और न्यूरोएंडोस्कोपी सेवाएं दी जाती हैं. इन सुविधाओं के कारण विदेशों से भी लोग इलाज कराने आते हैं. केरल में सबसे ज्यादा लोगों का इलाज करने का कीर्तिमान इस हॉस्पिटल ने बनाया है.
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