क्या आप जानते हैं? पांच तरह के होते हैं चिंता और अवसाद, जानें…
वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने मानसिक बीमारियों की पांच नयी श्रेणियों का पता लगाया है जो चिंता और अवसाद का पता लगाने के वर्तमान तरीकों को बहुत आगे ले जा सकती हैं. इन पांच श्रेणियों को उनके खास लक्षणों और दिमाग के हिस्से में उनकी सक्रियता के आधार पर परिभाषित किया गया है. यह श्रेणियां हैं […]
वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने मानसिक बीमारियों की पांच नयी श्रेणियों का पता लगाया है जो चिंता और अवसाद का पता लगाने के वर्तमान तरीकों को बहुत आगे ले जा सकती हैं.
इन पांच श्रेणियों को उनके खास लक्षणों और दिमाग के हिस्से में उनकी सक्रियता के आधार पर परिभाषित किया गया है. यह श्रेणियां हैं – तनाव, चिंता जनित बेचैनी, सामान्य बेचैनी, एनहेडोनिया (खुशी महसूस करने पाने में अक्षमता) और मेलंखोलिया.
अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा, हम हमारे वर्तमान रोग-निदान में लक्षणों को एक-साथ रखे जाने के चलन को सुलझाना चाहते हैं जिससे कि अंतत: मर्ज के अनुकूल उपचार विकल्प मुहैया कराये जा सकें.
उन्होंने बताया कि इस अनुसंधान का मकसद मानसिक बीमारियों की बेहतर परिभाषा तय कर उन लाखों मरीजों को बेहतर इलाज योजना उपलब्ध कराना है, जो इन विकृतियों से पीड़ित हैं.
अध्ययन में बताया गया कि वर्तमान में अवसाद और चिंता विश्वभर में हो रही विकलांगता और कार्य अक्षमता का मुख्य कारण है. इन विकारों से पीड़ित केवल एक-तिहाई लोग ही इलाज की मदद से उबर पा रहे हैं.
स्टैनफोर्ड की कैथरीन ग्रिसैंजियो ने बताया कि तनाव को चिड़चिड़ेपन से परिभाषित किया जाता है. चिंता में आपका नर्वस सिस्टम अतिसंवेदनशील हो जाता है. चिंता जनित बेचैनी में ध्यान केंद्रित करना और विचारों को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है.
उदासी में लोग सामाजिक संपर्कों से बचते हैं. लोगों से मिलने, बात करने में उन्हें समस्या आती है. एनहेडोनिया में लोग खुशी महसूस करने में असमर्थता महसूस करते हैं. इस तरह के अवसाद के बारे में अक्सर पता नहीं चल पाता है. यह अनुसंधान जेएएमए साइकाइटरी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.