New Research : बारीक से बारीक फर्क भी महसूस कर सकता है मानव स्पर्श
लॉस एंजिलिस : वैज्ञानिकों के अनुसार मानव स्पर्श अणुओं की एक परत का भी फर्क महसूस करने के लिए संवेदनशील है. हम रोजाना पेश होने वाले कांच, धातु, लकड़ी और प्लास्टिक जैसी विभिन्न धातुओं की अलग-अलग सतहों में आसानी से फर्क महसूस कर लेते हैं, क्योंकि इनकी बनावट और तंतु-विन्यास अलग-अलग हैं. बहरहाल, शोधकर्ता इस […]
लॉस एंजिलिस : वैज्ञानिकों के अनुसार मानव स्पर्श अणुओं की एक परत का भी फर्क महसूस करने के लिए संवेदनशील है. हम रोजाना पेश होने वाले कांच, धातु, लकड़ी और प्लास्टिक जैसी विभिन्न धातुओं की अलग-अलग सतहों में आसानी से फर्क महसूस कर लेते हैं, क्योंकि इनकी बनावट और तंतु-विन्यास अलग-अलग हैं. बहरहाल, शोधकर्ता इस बात का पता लगाना चाहते थे कि अगर अणुओं की ऊपरी परत बदलाव किये जाने पर भी मानव इस फर्क का महसूस कर पायेंगे. कैलिफोर्निया सैन डिएगो यूनिवर्सिटी के एक प्राध्यापक डैरन लिपॉमी ने कहा, मानव में पायी गयी अभी तक की यह सबसे बड़ी स्पर्श संवेदनशीलता है. विश्वविद्यालय के वी एस रामचंद्रन ने कहा, स्पर्श संवेदनओं की कृत्रिम एवं तीव्र संवेदनशीलता की विभिन्न श्रेणियों को दर्शाने वाला यह पहला अध्ययन है. यह स्पर्शजन्य मनो-भौतिकी के प्रति बिल्कुल नये रुख के लिए एक नये मार्ग प्रशस्त करता है.