गर्भावस्था में आईबूप्रोफेन लेने से कन्या भ्रूण को हो सकता है गंभीर नुकसान
लंदन : गर्भावस्था के शुरुआती समय में आईबूप्रोफेन लेने से कन्या भ्रूण को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है. एक नये अध्ययन में पता चला है कि इसका इस्तेमाल करने वाली मां की कन्या संतान की आगे चल कर प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है. शोधकर्ताओं को अध्ययन में पता चला है कि अगर गर्भवती महिला […]
लंदन : गर्भावस्था के शुरुआती समय में आईबूप्रोफेन लेने से कन्या भ्रूण को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है. एक नये अध्ययन में पता चला है कि इसका इस्तेमाल करने वाली मां की कन्या संतान की आगे चल कर प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है.
शोधकर्ताओं को अध्ययन में पता चला है कि अगर गर्भवती महिला गर्भावस्था के पहले 24 सप्ताह में आईबूप्रोफेन का इस्तेमाल करती हैं तो इससे आगे चल कर कन्या की प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है.
शोधकर्ताओं को साक्ष्य मिले हैं कि भ्रूण विकास के पहले तीन महत्वपूर्ण महीनों में इस दवा के इस्तेमाल से जर्म सेल्स में खतरनाक रूप से कमी आती है. ये सेल्स ही फॉलिकल्स बनाते हैं जिससे आगे चल कर लड़कियों में अंडाणु बनते हैं.
फ्रांस के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च के एसएम गुटॉट ने कहा, हमने पाया कि गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में आईबूप्रोफेन के दो से सात दिन के इस्तेमाल ने कन्या भ्रूण के अंडाशय में जर्म सेल के भंडार को गंभीर रूप से घटा दिया और अंडाशय इस क्षति से उबर नहीं पाया.
एक अनुमान के मुताबिक गर्भावस्था के पहले तीन माह में 30 प्रतिशत महिलाएं दर्द को टालने अथवा बुखार होने पर इस दवा का इस्तेमाल करती हैं.