….जब ईरानी महिलाओं ने हवा में लहराया अपना हिजाब, हो रहा है इस्लामिक कोड का विरोध
सरकार के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन ईरान में इन दिनों से सैंकड़ों महिलाएं सरकार के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन कर रहीं हैं. प्रदर्शन करती महिलाओं ने हिजाब उतार कर हवा में लहराने का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया है. ईरान में कट्टरपंथियों के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इस बार महिलाओं […]
सरकार के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन
ईरान में इन दिनों से सैंकड़ों महिलाएं सरकार के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन कर रहीं हैं. प्रदर्शन करती महिलाओं ने हिजाब उतार कर हवा में लहराने का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया है.
ईरान में कट्टरपंथियों के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इस बार महिलाओं ने इन के खिलाफ मोर्चा संभाला है. यहां के कानून के अनुसार सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं को हिजाब पहना आवश्यक है.
महिलाएं इसी कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. इसके साथ ही ईरान के कई शहरों में लड़कियां अपना हिजाब लहराते हुए फोटो को सोशल मीडिया पर डाल रही हैं. पिछले साल दिसंबर में एक लड़की को बिना हिजाब घुमने पर कैद करने के बाद इस आंदोलन की शुरुआत हुई. अमेरिका ने ईरान सरकार की निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका धर्म की स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, और शांतिपूर्ण विधानसभा के अधिकार के पक्ष में है. वही ईरानी सरकार इस आंदोलन को दबाने का पुरजोर प्रयास कर रही है.
कुछ दिनों पहले बिना हिजाब के सड़क पर घूमती 29 महिलाओं को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से इस आंदोलन ने और जोर पकड़ लिया है. अमेरिका के राज्य विभाग ने इस पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि तेहरान प्रदर्शन कर रहें लोगों के अधिकारों का हनन कर रहा है. अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता हीथ नॉयर ने ट्वीट कर कहा की अमेरिका, ईरान के उन लोगों का समर्थन करता है जो हिजाब पहनने का विरोध कर रहें हैं.
इस्लामिक कोड का हो रहा विरोध
स्थानीय मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार ये महिलाएं 1979 के इस्लामिक रेवॉल्यूशन कोड का विरोध कर रहीं हैं. जिसमें महिलाओं के लिए कई कड़े कानून लागू किये गये हैं. इसके अंतर्गत देश के विभिन्न शहरों में महिलाओं ने अपना हिजाब उतार हवा में लहराते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी शेयर की.
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब ईरान में हिजाब पहनने को लेकर विरोध किया जा रहा है. इससे पहले भी इस मुद्दे को लेकर पिछले कुछ सालों में महिलाएं कई विरोध दर्ज करा चुकी हैं. लेकिन अभी तक ईरान की सरकार ने इनके पक्ष में कोई भी फैसला नहीं सुनाया है.