ऐसे मरीजों में खुदकुशी का खतरा होता है औरों से पांच गुना ज्यादा

लंदन : प्रोस्टेट, मूत्राशय और गुर्दा के कैंसर के मरीजों में खुदकुशी करने का खतरा पांच गुना अधिक होता है. भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक सहित अनुसंधानकर्ताओं के एक नये सर्वेक्षण में इस बात का दावा किया गया है. उन्होंने अपने विश्लेषण में साथ ही यह दिखाया है कि कैंसर के मरीजों के आत्महत्या करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2018 8:19 AM

लंदन : प्रोस्टेट, मूत्राशय और गुर्दा के कैंसर के मरीजों में खुदकुशी करने का खतरा पांच गुना अधिक होता है.

भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक सहित अनुसंधानकर्ताओं के एक नये सर्वेक्षण में इस बात का दावा किया गया है. उन्होंने अपने विश्लेषण में साथ ही यह दिखाया है कि कैंसर के मरीजों के आत्महत्या करने की आशंका आम लोगों से तीन गुना अधिक होती है.

कैंसर का पता चलने और उसके उपचार के दौरान गंभीर मानसिक तनाव इसके प्रमुख कारकों में से एक है. कैंसर के पांच से 25 प्रतिशत मरीज अवसाद के शिकार हो जाते हैं और कई अन्य पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसॉर्डर (पीटीएसडी) से प्रभावित हो जाते हैं.

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