लंदन : वैज्ञानिकों ने फेफड़े और मस्तिष्क को प्रभावित करने वाले दुर्लभ और घातक कवकीय संक्रमण (फंगल इन्फेक्शन) के प्रसार के कारण को समझने के लिए एक तंत्र विकसित किया है.
ब्रिटेन के बर्मिंघम विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार क्रिप्टोकोकोसिरीस एक तरह का कवकीय संक्रमण है, जो आम तौर पर बहुत कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में होता है.
हालांकि इसका एक प्रकार क्रिप्टोकोकस गैट्टी स्वस्थ लोगों को भी निशाना बनाने में सक्षम है. यह संक्रमण सबसे पहले फेफड़े को प्रभावित करता है. उपचार नहीं कराये जाने और कई बार इसके बावजूद यह संक्रमण तेजी से मस्तिष्क एवं अन्य अंगों तक पहुंच जाता है.
कई बार इसके घातक परिणाम देखने को मिलते हैं. ‘नेचर कम्युनिकेशन्स’ जर्नल में प्रकाशित अनुसंधान की प्रमुख लेखक इवा बिल्स्का ने बताया, इस रोग से मुकाबले के लिए नयी दवा की खोज बहुत अहम है और सबसे पहले हमें इस बात का पता लगाना होगा कि यह रोग फैलता कैसे है. इसी क्रम में इसके फैलाव के कारण को समझने में उन्हें सफलता मिली है.