Loading election data...

प्रदूषित शहरों की सूची के बाद डब्ल्यूएचओ ने दी यह बड़ी सलाह

डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से कहा, वायु प्रदूषण से निपटने के प्रयास बढाए जाएं नयी दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों से प्रदूषण की समस्या पर सक्रियता से ध्यान देने का आह्वान किया और कहा कि हर साल दुनियाभर में घर के अंदर और बाहर के वायु […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 3, 2018 8:30 AM

डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से कहा, वायु प्रदूषण से निपटने के प्रयास बढाए जाएं

नयी दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों से प्रदूषण की समस्या पर सक्रियता से ध्यान देने का आह्वान किया और कहा कि हर साल दुनियाभर में घर के अंदर और बाहर के वायु प्रदूषण के कारण होने वाली 70 लाख समयपूर्व मौतों में से 34 प्रतिशत मौतें इस क्षेत्र में होती हैं. संगठन ने यह बात ऐसे समय कही जब उसकी एक रिपोर्ट में दिल्ली और भारत के 13 अन्य शहरों को 2016 में पीएम 2 .5 स्तर के संदर्भ में विश्व के 20 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल किया गया है.

डब्ल्यूएचओ दक्षिण पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि वायु प्रदषूण हृदय एवं सांस संबंधी बीमारियों तथा फेफड़ों के कैंसर जैसे असंचारी रोगों में अहम कारक है. उन्होंने ऊर्जा सक्षम आवास एवं बिजली उत्पादन, सुरक्षित एवं सस्ती सार्वजनिक परिवहन प्रणालियां बनाने तथा उद्योग एवं निकाय कूड़ा प्रबंधन को सुधारने के साथ असरदार शहरी योजना में निवेश की जरूरत पर जोर दिया.

पूनम ने भारत की प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का उदाहरण दिया जिसके तहत बीते दो वर्ष में गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाली 3 . 7 करोड़ महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है ताकि वे स्वच्छ घरेलू ऊर्जा का प्रयोग कर सकें.

Next Article

Exit mobile version