Good News : खुदकुशी रोकने का यह है कारगर वैज्ञानिक तरीका, जानें

टोरंटो : अवसाद के गंभीर रोगियों में एक खास तरह के स्टिमुलेशन के जरिये आत्महत्या की प्रवृत्ति को काफी हद तक कम किया जा सकता है. ‘द जर्नल ऑफ क्लीनिकल साइकेट्री’ में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक 40 प्रतिशत लोगों ने कहा है बाइलेटरल रिपिटेटिव ट्रांसक्रेनियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन (आरटीएमएस) के बाद उन्हें खुदकुशी के बारे में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2018 8:45 PM
टोरंटो : अवसाद के गंभीर रोगियों में एक खास तरह के स्टिमुलेशन के जरिये आत्महत्या की प्रवृत्ति को काफी हद तक कम किया जा सकता है.
‘द जर्नल ऑफ क्लीनिकल साइकेट्री’ में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक 40 प्रतिशत लोगों ने कहा है बाइलेटरल रिपिटेटिव ट्रांसक्रेनियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन (आरटीएमएस) के बाद उन्हें खुदकुशी के बारे में किसी तरह का ख्याल नहीं आता है.
कनाडा के सेंटर फॉर एडिक्शन एंड मेंटल हेल्थ (सीएएमएच) के जेफ दस्कालाकिस ने कहा, यह अपने तरह का पहला व्यापक अध्ययन है जो दिखाता है कि आरटीएमएस खुदकुशी के ख्याल को रोकने में मददगार है.
उन्होंने कहा कि खुदकुशी के विचार से जुड़ा प्रभाव अवसाद के लक्षणों से अलग है. अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि इस अध्ययन के परिणाम से यह उम्मीद जगी है कि आरटीएमएस अवसाद एवं अन्य मानसिक बीमारियों से ग्रस्त लोगों में आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने का नया मार्ग प्रशस्त कर सकता है.

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