रियाद : सऊदी अरब ने सोमवार, 4 जून को महिलाओं के लिए ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की शुरुआत की. आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि सोमवार को महिलाओं के पहले समूह को ड्राइविंग लाइसेंस दिये गये.
एजेंसी ने कहा कि यातायात महानिदेशालय ने यहां मान्याप्राप्त अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंसों को सऊदी लाइसेंसों से बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. सऊदी अरब दुनिया का एकमात्र देश है जहां महिलाओं को वाहन चलाने की अनुमति नहीं है.
गौरतलब है कि कई सालों से सऊदी मौलवी महिलाओं के ड्राइविंग करने पर प्रतिबंध लगाने के लिए कई वजहें गिनाते रहे हैं, जिनमें से एक में दावा किया जाता रहा है कि ड्राइविंग से महिलाओं के अंडाशय को नुकसान पहुंचता है.
बहरहाल, 24 जून को यह प्रतिबंध उठाये जाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. यह कदम रूढ़िवादी देश को आधुनिक बनाने के लिए युवराज मुहम्मद बिन सलमान के उदारीकरण अभियान के तहत उठाये जा रहे हैं.
शाह सलमान ने सितंबर 2017 में दी थी इजाजत
मालूम हो कि सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद ने सितंबर 2017 को एक शाही फरमान जारी करते हुए महिलाओं को देश में ड्राइविंग की इजाजत दी थी.
उनके इस फैसले ने लंबे समय से चली आ रही उस दीर्घकालिक नीति को उलट दिया, जो अत्यंत रूढ़िवादी देश में महिलाओं के दमन का वैश्विक प्रतीक बन गयी थी. यह निर्णय हालांकि, तत्काल लागू नहीं किया गया क्योंकि देश में महिलाओं के लिए ड्राइविंग सीखने या ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए कोई बुनियादी ढांचा नहीं था.
जनरल डिपार्टमेंट ऑफ ट्रैफिक के महानिदेशक मोहम्मद अल बसामी के मुताबिक, सऊदी अरब के शहरों में महिलाओं के लिए कई ड्राइविंग स्कूल खोले गये हैं. 18 साल और उससे अधिक उम्र की महिलाएं ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकती हैं.
सऊदी अरब के पांच शहरों में महिलाओं के लिए ड्राइविंग स्कूल शुरू किये गये हैं और सिखाने के लिए सऊदी महिलाओं को रखा गया है, जिन्होंने विदेश में ड्राइविंग लाइसेंस हासिल किया है.