अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर इस खास सिरीज में हम आपको योग के महत्व और उससे होने वाले लाभ के बारे में बता रहे हैं.
योग की साधना ऐसी होती है, जिसका लाभ न केवल जवान और बुजुर्ग उठा सकते हैं, बल्कि यह विद्यार्थियों के लिए भी काफी लाभदायक है. आज केप्रतिस्पर्द्धी माहौल में विद्यार्थी भी तनाव के शिकार होते जा रहे हैं.
सिर्फ तनाव ही क्यों, गलत ढंग से उठने-बैठने की आदत, लगातार भागदौड़ की दिनचर्या, फास्टफूड का सेवन, देर तक स्कूल में बेंच-डेस्क का इस्तेमाल, कंप्यूटर मॉनीटर पर काम करनेका बोझ उनकेशरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है.
ऐसे मेंकुछमिनट की योग साधना उन्हें राहत देतीहै. समस्या चाहे तनावकीहोया सिरदर्द, अनिद्रा और बेचैनी दूर करने की, योग इन सब के लिए काफी प्रभावी सिद्ध होता है.
योगासन को अगर नियमित अभ्यास में शामिल किया जाये, तो विद्यार्थियों काे इसका खास लाभ होता है और मस्तिष्क का विकास भी होता है.
विद्यार्थियों की इन समस्याओं का निदान छिपा है योगासनों में, आइए जानें-
सिरदर्द
पढ़ाई और करियर के दबाव में अक्सर विद्यार्थियों को माइग्रेन की शिकायत हो जाती है. इससेनिदान के लिए उन्हें सूर्य नमस्कार, वज्रासन, धनुरासन, भुजंगासन जैसे आसनों का अभ्यास विशेष लाभ देगा.
अनिद्रा
दिनभर की भागदौड़ और मानसिक तनाव की वजह से कई विद्यार्थियोंमें अनिद्रा कीभी शिकायत देखी जाती है. योग और ध्यान से मानसिक तनाव और चिंता कम होती है और अनिद्रा दूर होती है. अनिद्रा को दूर करने में कपालभाति, षटकर्म आसन, शलभासन, ताड़ासन, हलासन प्रभावी सिद्ध माने गये हैं.
पीठ और कमर दर्द
स्कूल-कॉलेज में देर तक बेंच-डेस्क पर बैठे रहने से पीठ दर्द की शिकायत होनाआम बात है. इसे दूर करने में भुजंगासन, मकरासन, शवासन, मेरू वक्रासन, वीरासन, धनुरासन का अभ्यास लाभदायक साबित होता है. इन आसनों से रीढ़ की हड्डियों को मजबूती तो मिलती ही है, पूरे शरीर कोभी लाभ मिलता है.
(नोट : बेहतर परिणाम के लिए ऊपर बताये गये योगासनों का अभ्यास विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें)