नयी दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि भारत समेत दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में लाखों लोग वायरल हेपेटाइटिस से संक्रमित हैं जिन्हें इसकी जानकारी नहीं है और जो इसका इलाज नहीं कराते.
संगठन ने कहा कि ऐसे लोगों का पता लगाने, उनकी जांच करने और इलाज के लिए फौरन कार्रवाई जरूरी है.
विश्व हेपेटाइटिस दिवस की पूर्वसंध्या पर दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक दुनियाभर में और क्षेत्रीय स्तर पर हेपेटाइटिस से संक्रमित 10 में से एक से भी कम लोगों को उनके संक्रमण का पता होता है. वहीं, उनमें से 10 प्रतिशत से कम लोगों को उचित इलाज नहीं मिलता.
उन्होंने कहा, जागरूकता और उपचार की इस कमी की वजह से यकृत को नुकसान होता है और फाइब्रोसिस तथा यकृत कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं और नतीजतन क्षेत्र में हर साल अनुमानत: 4,10,000 लोगों की मौत हो जाती है.
सिंह ने कहा, क्षेत्रवार देखें तो गंभीर हेपेटाइटिस बी से करीब चार करोड़ लोग संक्रमित होते हैं, वहीं करीब एक करोड़ लोग गंभीर हेपेटाइटिस सी के शिकार होते हैं.
डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में बांग्लादेश, भूटान, कोरिया गणराज्य, भारत, इंडोनेशिया, मालदीव, म्यामां, नेपाल, श्रीलंका, थाइलैंड और तिमोर – लेस्ते शामिल हैं.