गर्भवतियों को जरूरी है फोलिक एसिड
फोलिक एसिड एक विटामिन (विटामिन बी9) है. यह स्वाभाविक रूप से गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियों, संतरों, साबूत अनाज और दालों जैसे खाद्य पदार्थों में फोलेट के रूप में होता है. खान-पान और अन्य चीजों को लेकर प्रेग्नेंसी में विशेष सावधानी बरतनी आवश्यक हो जाती है. प्रेग्नेंट महिला के हाॅर्मोंस में काफी परिवर्तन आते […]
फोलिक एसिड एक विटामिन (विटामिन बी9) है. यह स्वाभाविक रूप से गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियों, संतरों, साबूत अनाज और दालों जैसे खाद्य पदार्थों में फोलेट के रूप में होता है. खान-पान और अन्य चीजों को लेकर प्रेग्नेंसी में विशेष सावधानी बरतनी आवश्यक हो जाती है. प्रेग्नेंट महिला के हाॅर्मोंस में काफी परिवर्तन आते हैं.
ऐसे में विटामिन, कैल्शियम, कैलोरी इत्यादि की जरूरत अधिक होती है. प्रेग्नेंसी के दौरान फोलिक एसिड का नियमित रूप से सेवन करना आवश्यक है.
फोलिड एसिड की कमी गर्भवती मां और होने वाले बच्चें के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. फोलिक एसिड आपके पेट में पल रहे शिशु में स्पाइना बिफिडा जैसे तंत्रिका ट्यूब दोष (न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट-NTD) को विकसित होने से बचाता है. फोलिक एसिड अन्य जन्म दोषों जैसे खंड तालु (क्लैफ्ट पैलेट) आदि को भी रोकने में मदद कर सकता है.
गर्भवती महिला को खाने में विटामिन, मिनरल और अन्य पोषक तत्वों के साथ ही फोलिक और आयरन लेना जरूरी है. गर्भावस्था में फोलिक एसिड और आयरन की आवश्यकता सामान्य से 50 फीसदी तक बढ़ जाती है. इस दौरान फोलिक एसिड का नियमित सेवन न करने से गर्भवती महिला को एनिमिया हो सकता है. यह बीमारी होने वाले बच्चे को भी हो सकती है.