हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप की समस्या से सिर्फ अब स्कूली बच्चे भी ग्रसित हो रहे हैं. हरियाणा, गोवा, गुजरात और मणिपुर में हाल ही में हुए एक सर्वे में पाया गया कि हर 10 में से दो स्कूली बच्चे हाइपरटेंशन से पीड़ित हैं.
यह सर्वे चार राज्यों में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के 14,957 छात्रों पर किया गया था. विशेषज्ञ कहते हैं कि इसे जीवनशैली में बदलाव करके, जैसे- नियमित व्यायाम और खान-पान से ठीक किया जा सकता है. मोटे बच्चों के मामले में नमकीन खाद्य पदार्थों का कम सेवन और वजन कम करके ठीक किया जा सकता है, अन्यथा ऐसे बच्चे आगे जाकर डायबिटीज, हार्ट डिजीज़ और स्ट्रोक जैसे रोगों का शिकार हो सकते हैं. यूरोपीय जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में पब्लिश हुई स्टडी की लेखिका डॉ अनिता सक्सेना ने कहा कि 23 फीसदी बच्चों में हाइपरटेंशन था.