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ऐसे कम होगा डायबिटीज

हाल में हुए एक अध्ययन में यह दावा किया गया है कि वैसी महिलाएं जो आशावादी हैं और हमेशा पॉजिटिव एटिट्यूड के साथ जीवन जीती हैं, उनमें टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा काफी कम हो सकता है. रजोनिवृत्ति यानी मेनॉपॉज के बाद महिलाओं पर किये गये एक अध्ययन में दावा किया गया है कि पॉजिटिव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2019 5:38 AM
हाल में हुए एक अध्ययन में यह दावा किया गया है कि वैसी महिलाएं जो आशावादी हैं और हमेशा पॉजिटिव एटिट्यूड के साथ जीवन जीती हैं, उनमें टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा काफी कम हो सकता है.
रजोनिवृत्ति यानी मेनॉपॉज के बाद महिलाओं पर किये गये एक अध्ययन में दावा किया गया है कि पॉजिटिव पर्सनैलिटी वाली महिलाओं में टाइप-2 डायबीटीज के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है. महिला स्वास्थ्य पहल नाम के एक अध्ययन के आंकड़ों पर यह शोध आधारित है.
पत्रिका मेनॉपॉज में प्रकाशित इस अध्ययन में 1 लाख से ज्यादा महिलाओं को शामिल किया गया और इन महिलाओं को डायबीटीज की बीमारी नहीं थी. लेकिन 14 वर्षों में टाइप-2 डायबिटीज के 19 हजार 240 मामलों की पहचान की गयी. अध्ययन के नतीजे इनकी तुलना के अनुसार आये हैं.

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