ट्रेकिंग पर जाने से पहले अस्थमा रोगी इन बातों का रखें ख्याल, बरतें सावधानियां
दुर्गम पद यात्रा (ट्रेकिंग) के लिए प्रचुर सहनशक्ति और फेफड़ों की क्षमता की आवश्यकता होती है. चढ़ाई आपकी ताकत और फिटनेस का परीक्षण करती है. हालांकि, अस्थमा रोगियों के लिए ट्रेकिंग बहुत कठिन है. अत्यधिक ऊंचाई, कम ऑक्सीजन का स्तर, पहाड़ों पर विभिन्न पर्यावरणीय परिस्थितियां और लगातार खड़ी पथ अस्थमा पीड़ित लोगों के लिए कड़ी […]
दुर्गम पद यात्रा (ट्रेकिंग) के लिए प्रचुर सहनशक्ति और फेफड़ों की क्षमता की आवश्यकता होती है. चढ़ाई आपकी ताकत और फिटनेस का परीक्षण करती है. हालांकि, अस्थमा रोगियों के लिए ट्रेकिंग बहुत कठिन है. अत्यधिक ऊंचाई, कम ऑक्सीजन का स्तर, पहाड़ों पर विभिन्न पर्यावरणीय परिस्थितियां और लगातार खड़ी पथ अस्थमा पीड़ित लोगों के लिए कड़ी चुनौती है. आइए उन सभी कारकों पर एक नजर डालें जिनपर एक साहसिक ट्रेकिंग शुरू करने से पहले विचार करना चाहिए.
तापमान
पहाड़ों में आमतौर पर ठंडा तापमान होता है. यदि आप सर्दियों में जा रहे हैं, तो तापमान और भी दुखदायी हो सकता है. ग्रीष्मकाल थोड़ा गर्म और सुखद हो सकता है. ठंडे तापमान को दमा के लक्षणों को और भी सक्रिय करने के लिए जाना जाता है. इसलिए, अपने गाइड से तापमान का ध्यान रखने के लिए कहना न भूलें. ठंडे मौसम को सहन करने के लिए गर्म कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुओं के साथ खुद को तैयार करें.
आपके अस्थमा की गंभीरता
एक महीने या सप्ताह में कितनी बार आप अस्थमा के हमलों से पीड़ित हैं, इस पर नजर रखें. अपने अस्थमा की गंभीरता को जानने के लिए नियमित जांच करवाएं. बिना किसी जटिलता के ट्रेकिंग को पूरा करने व असमय अस्थमा के हमलों से बचाव के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर अपनी सभी दवाएं एवं अन्य आवश्यक खुराक पैक करें.
कठिनाई का स्तर
सभी ट्रेकिंग में कठिनाई का स्तर समान नहीं होता है. कुछ पर्वत श्रृंखलाएं बहुत अधिक खड़ी हो सकती हैं जबकि अन्य एक प्रकृति पथ से थोड़ा अधिक हो सकता है. हमेशा अपने गाइड को अपनी अस्थमा की स्थिति के बारे में बताएं और उनसे पूछें कि क्या यह आपके लिए ट्रेकिंग पर जाने के योग्य है. ट्रेकिंग का आसान से मध्यम स्तर हर किसी के लिए उपयुक्त हो सकता है.
जगह पर चिकित्सा सहायता
ट्रेकिंग स्थल पर गाइड और आयोजकों के पास सभी चिकित्सा सहायता की जांच करें. उनसे पूछें कि हताहतों से निपटने के लिए वे किस तरह की चिकित्सा से सुसज्जित हैं. इसके अलावा अपने ट्रेकिंग स्पॉट के स्थान और निकटतम अस्पतालों के बारे में बुनियादी शोध करें. पहाड़ों में दूरस्थ क्षेत्रों के मामले में, आधार तल से ऊपर और पीछे तक सभी परिवहन सुविधाओं की जांच करें. सुनिश्चित करें कि आपका ट्रेकिंग ग्रुप प्राथमिक चिकित्सा से सुसज्जित है.
अपने अस्थमा के कारक को जानें
लोकिप्रय धारणा के विपरीत, प्रत्येक अस्थमा रोगी के पास समान कारण नहीं होते हैं. कुछ परागण या प्रदूषण से उत्पन्न होते हैं, जबकि कुछ कम तापमान में हमला करते हैं. आप यह जानने के लिए अपने चिकित्सक से जांच करवा सकते हैं कि आपके लिए कौन से कारक से अस्थमा के दौरे पड़ते हैं. एक बार जब आप asthma symptoms के बारे में जानते हैं, तो आप उन्हें प्रभावी रूप से संभाल सकते हैं और बिना किसी स्वास्थ्य खतरे के अपने ट्रेक का आनंद ले सकते हैं.
जलवायु से अभ्यस्त होना
किसी नयी जलवायु से अभ्यस्त होना आमतौर पर हम में से अधिकांश के लिए एक कठिन कार्य है. अस्थमा वालों के लिए यह और अधिक कठिन हो सकता है. इसलिए, जब आप नयी जगह में जाते हैं, तो खुद को वहां की जलवायु के अनुसार ढालने के लिए सभी आवश्यक चीजों की तैयारी के साथ जाएं. यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि खुद को किसी नयी जलवायु से कैसे समायोजित किया जाए, तो साथी ट्रेकर्स से संपर्क करें जो वहां की परिस्थितियों से अभ्यस्त हैं. खुद को निखारने के सर्वोत्तम व आसान तरीकों के बारे में जानने के लिए डॉक्टर से परामर्श करें. हालांकि बीमारी का इलाज महंगा हो सकता है इसके लिए आप health insurance का लाभ उठा सकते हैं. दमा से हतोत्साहित न हों. उपरोक्त सावधानियों के साथ, आप अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण रखें और बिना किसी चिंता के ट्रेकिंग का आनंद लें. जब आप नियमित रूप से ट्रेकिंग पर जाने लगते हैं, तो आपका शरीर भी उसी के अनुसार समायोजित होने लगेगा. अपनी जीवनशैली में नियमित व्यायाम और ध्यान करें. आखिरकार, एक स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन को जीवन का आनंद लेने से कोई भी नहीं रोक सकता है.