अनिता शर्मा
करी पत्तियों का उपयोग भोजन में विशेष स्वाद पाने के लिए किया जाता है. इसे ‘मीठी नीम’ भी कहते हैं. दक्षिणी भारतीय व्यंजनों में इसका विशेष तौर से उपयोग किया जाता है. स्वाद के अलावा करी पत्ते (Curry Leaves) में कई तरह के औषधीय गुण भी होते हैं. जानिए उनके बारे में.
करी पत्ता विटामिन-ए, बी, सी तथा विटामिन-इ के अलावा कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, फॉस्फोरस व आयरन से भरपूर होता है. यह एनीमिया, उच्च रक्तचाप, मधुमेह आदि रोगों से बचाने में भी मदद करता है. हृदय प्रणाली के कार्यतंत्र को मजबूत बनाने और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार होता है.
लीवर को क्षति से बचाता है
कमजोर लीवर वालों को अपने भोजन में अनिवार्य रूप से करी पत्ता को शामिल करना चाहिए. एशियन जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल्स एंड क्लीनिकल रिसर्च के अनुसार शरीर में केंपफेरॉल (kaempferol) नामक तत्व के कारण, ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस और टॉक्सिंस बनते हैं, जो कि लीवर को क्षति पहुंचाते हैं. करी पत्ता में मौजूद विटामिन-ए और सी लीवर की कार्यप्रणाली को सुचारु रूप से कार्य करने में मदद करते हैं.
बालों के लिए : करी पत्ता बालों को काला और मजबूत बनाने, झड़ने से रोकने और उन्हें रूसी से बचाने में मददगार है. इन पत्तियों से हेयर टॉनिक बनाने के लिए इन्हें पानी में डाल कर पानी का रंग हरा होने तक उबालें, एक हफ्ते में दो बार इससे बालों का मसाज करने से बालो को काफी फायदा पहुंचता है. इसके अलावा, आधा कप करी पत्तों को दही के साथ पीस लें. इसे बालों में लगाएं और आधे घंटे बाद बाल धो लें. इससे भी बाल रेशमी, मुलायम और काले बनते हैं.
वजन घटाने में : करी पत्तों में मौजूद फाइबर हमारे शरीर में जमा अतिरिक्त वसा और विषाक्त पदार्थो को बाहर निकालता है, कोलेस्ट्रोल कम करता है और वजन घटाता है. यह ब्लड में शुद्ध कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ा कर हृदय संबंधी रोगों और एंथ्रेक्लेरोसिस से रक्षा करता है.
एनीमिया से बचाव
करी पत्ता में आयरन और फॉलिक एसिड की बहुत अधिक मात्रा पायी जाती है. फॉलिक एसिड, आयरन को सोखने में मदद करता है और आयरन खून की कमी को पूरा करता है.