जानें दादी-नानी के घरेलू नुस्खों के बारे में
बदलते मौसम में सो कर उठने पर गले में हल्की खराश महसूस हो या नाक बंद हो तो अदरक-तुलसी का रस शहद में मिला कर लेने से लाभ होता है. इसे छोटे बच्चों को भी पिला सकते हैं. सुबह-सुबह खांसी या गले में खराश हो, मन चिड़चिड़ा हो, तो लौंग-तुलसी, अदरक और काली मिर्च की […]
बदलते मौसम में सो कर उठने पर गले में हल्की खराश महसूस हो या नाक बंद हो तो अदरक-तुलसी का रस शहद में मिला कर लेने से लाभ होता है. इसे छोटे बच्चों को भी पिला सकते हैं.
सुबह-सुबह खांसी या गले में खराश हो, मन चिड़चिड़ा हो, तो लौंग-तुलसी, अदरक और काली मिर्च की चाय बनाकर पीने से लाभ होता है. अदरक का एक छोटा टुकड़ा लेकर उसे आग में भूने, फिर उस पर काला नमक लगाकर मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसने से गले की खराश और खांसी दूर होती है.
बरसात में नमी के कारण सर्दी-जुकाम की समस्या आम है. इसमें अदरक और कालीमिर्च बेहद लाभप्रद है. अदरक को कद्दूकस कर उसका रस छान कर निकाल लें. इसमें आधा चम्मच काली मिर्च का पाउडर और एक चम्मच शहद मिला कर पेस्ट बनाएं. बदलते मौसम में घर के सभी सदस्य छोटे या बड़े सबको दिन में तीन बार दें. गुनगुना पानी ही पीएं.