बोस्टन : वैज्ञानिकों ने एक कैप्सूल तैयार किया है जो छोटी आंत की लाइनिंग में इंसुलिन और अन्य दवाएं पहुंचा सकता है जिन्हें सामान्य तौर पर इंजेक्शन के जरिये शरीर में पहुंचाया जाता है.
पत्रिका नेचर मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार कई दवाएं, जिनमें खासतौर पर प्रोटीन से बनीं दवाएं होती हैं जिनका सेवन नहीं किया जा सकता क्योंकि ये शरीर को लाभ पहुंचाने से पहले ही पाचन तंत्र में निष्प्रभावी हो जाती हैं. इसी तरह का एक उदाहरण इंसुलिन है जिन्हें डायबिटीज रोगियों को नियमित इंजेक्शन के माध्यम से लेना होता है.
डेनमार्क की दवा निर्माता कंपनी नोवो नोरडिस्क के वैज्ञानिकों के साथ काम कर रहे मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के अनुसंधानकर्ताओं ने एक नया कैप्सूल डिजाइन किया है जो इंसुलिन या अन्य प्रोटीन की दवाएं शरीर में पहुंचा सकता है और उन्हें पाचन तंत्र में निष्प्रभावी होने से बचा सकता है.
एमआईटी के प्रोफेसर रॉबर्ट लैंगर ने कहा, हम अपनी प्रयोगशाला के सदस्यों के नयी दवा की खोज से वाकई खुश हैं और भविष्य में डायबिटीज तथा अन्य रोगियों को इससे लाभ होने की उम्मीद करते हैं.