अब सफर में ”सहयात्री” एप्प करेगा आपकी मदद, किसी से मारपीट, चोरी या छीना-झपटी हो जाये तो…
रेलवे में अगर किसी से मारपीट, चोरी या छीना-झपटी हो जाये, तो मौजूदा व्यवस्था के अनुसार बीच में किसी स्टेशन पर ट्रेन रोक कर वहां के रेलवे पुलिस कार्यालय (GRP) में आपको अपनी शिकायत दर्ज करानी होती थी. अब यह सुविधा आपको चलती ट्रेन में भी उपलब्ध हो सकेगी. इसके लिए 10 अक्टूबर, 2019 को […]
रेलवे में अगर किसी से मारपीट, चोरी या छीना-झपटी हो जाये, तो मौजूदा व्यवस्था के अनुसार बीच में किसी स्टेशन पर ट्रेन रोक कर वहां के रेलवे पुलिस कार्यालय (GRP) में आपको अपनी शिकायत दर्ज करानी होती थी. अब यह सुविधा आपको चलती ट्रेन में भी उपलब्ध हो सकेगी. इसके लिए 10 अक्टूबर, 2019 को इसके लिए रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा यात्रियों और उनके सामान की सुरक्षा के मद्देनजर ‘सहयात्री एप्प’ लॉन्च किया गया है. इस एप्प की मदद से चोरी, मारपीट या छीना-झपटी जैसी वारदात होने पर आप चलती ट्रेन में बैठे-बैठे अपने मोबाइल फोन की सहायता से एफआइआर दर्ज करा सकेंगे. इसके लिए आपको बीच रास्ते में उतर कर थाना जाने की जरूरत नहीं है. यही नहीं जीआरपी के काम से संबंधित अपने अनुभव भी यात्री इस एप पर दर्ज करा सकेंगे.
बेवसाइट पर मिलेगा जरूरी डेटाबेस
इसके अलावा देश भर की जीआरपी पुलिस के लिए railways.delhipolice.gov.in नाम से एक बेवसाइट भी शुरू की गयी है. इसमें सभी राज्यों की जीआरपी पुलिस अपने-अपने राज्यों के मोस्ट वांटेड और अन्य अपराधियों के आंकड़े भी शेयर कर सकेंगी. साथ ही, इस वेबसाइट पर रेलवे के अधिकार क्षेत्र में सक्रिय अधिकारियों के डेटाबेस के साथ ही उनकी तस्वीरें भी अपलोड की जा सकती हैं.
नहीं रहेगी सीमा विवाद की समस्या
इस एप्प का एक सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे दो थानों के सीमा विवाद की समस्या समाप्त हो जायेगी. दरअसल अब तक ट्रेन में घटित होनेवाली किसी वारदात की एफआइआर दर्ज करवाते समय जीआरपी अधिकारियों में फलां समस्या को किस क्षेत्र का माना जाये, इस बात को लेकर विवाद होता था. सहयात्री एप्प इस समस्या को सुलझाने मे मदद करेगा.