राष्ट्रीय सूची में होंगी नयी दवाइयां
केंद्र सरकार ने जरूरी दवाओं की राष्ट्रीय सूची में बदलाव करने का फैसला किया है. जानकारी के मुताबिक नयी सूची में कैंसर, डायबिटीज और दिल के रोगों की नयी दवाओं को शामिल किया जा सकता है. इसका फायदा यह होगा कि ये दवाएं सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में मिल सकेंगी और इनके दामों पर नियंत्रण […]
केंद्र सरकार ने जरूरी दवाओं की राष्ट्रीय सूची में बदलाव करने का फैसला किया है. जानकारी के मुताबिक नयी सूची में कैंसर, डायबिटीज और दिल के रोगों की नयी दवाओं को शामिल किया जा सकता है.
इसका फायदा यह होगा कि ये दवाएं सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में मिल सकेंगी और इनके दामों पर नियंत्रण की जा सकेगी. सरकार ने इस तरह की सूची इससे पहले 2011 और 2015 में तैयार की थी. 2015 में इसमें 376 दवाओं को शामिल किया गया था.
बाद में इसमें शुगर और कैंसर की कुछ दवाओं के साथ दिल की धमनियों में लगने वाले स्टेंट्स और नी इंप्लांट्स को भी शामिल किया गया था. बताया यह भी जा रहा है कि मौजूदा सूची में शामिल पांच रुपये प्रति डोज तक की दवाओं को इसमें से हटाया जा सकता है. हालांकि ये दवाएं सूची से हटने के बावजूद ड्रग प्राइस कंट्रोल ऑर्डर के दायरे में रहेंगी.