इस साल दान-पुण्य का महापर्व मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाया जाएगा. 15 को प्रातः 07 बजकर 54 मिनट से भगवान भास्कर मकर राशि मे प्रवेश कर जाएंगे. इसलिए मकर संक्रांति का खिचड़ी का प्रसिद्ध पर्व इसी दिन ही मनाया जाएगा. मकर संक्रांति का पर्व देश में तो मनेगा ही लेकिन इसकी खुशबू विदेशों में भी नजर आएगी. जी हां , भारत के लोग जो विदेशों में रहते हैं उनके यहां इस त्योहार को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. आइए आपको कुछ लोगों की तैयारियों के बारे में बताते हैं…
लंदन में भी भारतीय अंदाज में मनाते हैं संक्रांति
लंदन में रह कर भी हम मकर संक्रांति सहित सारे पर्व-त्योहार भारतीय अंदाज में ही मनाते हैं. यहां की एशियाई दुकानों में सारे जरूरी सामान मिल जाते हैं. हम मकर संक्रांति पर परिवार के हर सदस्य की तरफ से खिचड़ी तिल, गुड़, घी का दान करते हैं. हालांकि यहां गरीबों को यह खुले तौर से दान देना संभव नहीं, तो फूड पैकेट्स बना कर मंदिर या गुरुद्वारे में दे आते हैं. वहां लंगर तथा भंडारे में उनका उपयोग कर लिया जाता है. स्थानीय प्रशासन द्वारा मंदिरों तथा सामुदायिक स्थलों में पारंपरिक आयोजन किये जाते हैं, जिनमें कोई भी भाग ले सकता है.
शिखा वार्षणेय, लेखिका एवं स्वतंत्र पत्रकार, लंदन
निवासी : रानीखेत, उत्तराखंड
भागलपुर से मंगाती हूं कतरनी चूड़ा
दही-चूड़ा तो मेरा ऑल टाइम फेवरिट फूड है़, इसलिए मैं अपने देश से दूर यहां विदेश में भी मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाती हूं. यहां सभी चीजें आसानी से मिल जाती है़ं. हालांकि हर साल जनवरी में जब मैं छुट्टियां बिताने अपने घर जाती हूं, तो वहां से भागलपुर का कतरनी चूड़ा अपने साथ ले जाती हूं, ताकि मकर संक्रांति का पर्व खास बन सके. यहां के स्थानीय लोग तमाम भारतीय पर्व-त्योहारों में खूब उत्साह से भाग लेते हैं और एंजॉय भी करते हैं.
प्रियंका ओम, लेखिका एवं स्तंभाकार, तंजानिया
निवासी : जमशेदपुर, झारखंड
नॉर्वे में मैरिड कपल्स में दिखता है उत्साह
मकर संक्रांति पर जैसा ग्रैंड सेलिब्रेशन बिहार या भारत के अन्य क्षेत्रों में होता है, वैसा नॉर्वे में नहीं होता. इसकी कमी तो खलती है. स्थानीय लोगों को होली, दीवाली, दशहरा जैसे बड़े त्योहारों के बारे में तो जानकारी है, जिनमें वे बढ़-चढ़ कर भागीदारी भी निभाते हैं. अगर उन्हें संक्रांति, भाई दूज, अनंत पूजा जैसे पर्वों के बारे में भी बताया जाये, तो मुझे लगता है वे जरूर उनमें भी शामिल होंगे. किसी भी सेलिब्रेशन को लेकर मैरिड कपल्स में विशेष उत्साह रहता है.
अभिषेक रंजन, डाक्टरल रिसर्चर, आर्कटिक यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्वे
निवासी : मोतिहारी, बिहार