हाल ही में स्मार्टफोन को लेकर हुए एक अध्ययन में दावा किया गया है कि यह टीनएजर्स की मेंटल हेल्थ को भी प्रभावित कर सकता है. कैनेडियन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में छपे इस अध्ययन में सिर्फ स्मार्टफोन के इस्तेमाल को ही शामिल किया गया था, फोन पर खेले जाने वाली गेम्स को नहीं. द हॉस्पिटल ऑफ सिक चिल्ड्रेन के इस अध्ययन के मुताबिक, सोशल मीडिया बच्चों को खुद को नुकसान पहुंचाने के लिए उकसाता है. स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल का मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है.
सोशल मीडिया और स्मार्टफोन के इस्तेमाल से टीनएजर्स की नींद प्रभावित होती है. इसमें पाया गया कि आज के यूथ की दुनिया स्मार्टफोन में बस गयी है, जिस कारण उनमें चिड़चिड़ापन, गुस्सा करने और तनाव की समस्या देखने को मिलती है. इससे बचाव के लिए पैरेंट्स और टीचर्स को टीनएजर्स की नींद, स्कूल-कॉलेज के काम, सोशल एक्टिविटी, ऑनलाइन एक्टिविटी के बीच बैलेंस बनाने में मदद करनी चाहिए.