घर और ऑफिस के साथ ही रखें अपना भी खयाल
आज के समय में महिलाओं के साथ एक गंभीर चुनौती है. पहले उनके जिम्मे सिर्फ घर का काम था लेकिन आज वो घर और दफ्तर दोनों एक साथ संभाल रही हैं. एक साथ दोनों की जिम्मेदारी निभाना मजबूरी के साथ-साथ जरूरत भी है. बढ़ती जरूरतों को देखते हुए कहा जाए तो ये वो समय है […]
आज के समय में महिलाओं के साथ एक गंभीर चुनौती है. पहले उनके जिम्मे सिर्फ घर का काम था लेकिन आज वो घर और दफ्तर दोनों एक साथ संभाल रही हैं. एक साथ दोनों की जिम्मेदारी निभाना मजबूरी के साथ-साथ जरूरत भी है.
बढ़ती जरूरतों को देखते हुए कहा जाए तो ये वो समय है जब महिलाएं घर से बाहर तो निकल तो गई हैं लेकिन वो घर की जिम्मेदारियां से भी मुक्त नहीं हो पाई हैं. उन्हें दफ्तर भी संभालना है तो बीच-बीच में घर की खोज खबर भी लेनी है जैसे बच्चा क्या कर रहा है स्कूल से आया है या नहीं आदि.
*अपनी ऊर्जा बचाएं
ऐसे में कामकाजी महिलाओं के लिए जरूरी हो जाता है वे घर की सारी जिम्मेदारी खुद ही ना उठाएं. जरूरत पड़ने पर पति और बच्चों का भी सहयोग मांगे और उनके ये बात प्यार से समझाएं कि ये आपकी अकेले की जिम्मेदारी नहीं हैं. ध्यान रहे परिवार के सदस्य को छोटे-छोटे कामों के लिए भी आप पर निर्भर ना हों.
इसके अलावा समय की बचत करना बहुत जरूरी है. घर के कामों के लिए काम वाली बाइयों को रखा जा सकता है. इससे आपकी ऊर्जा भी बचेगी और आपको परिवार के साथ फुर्सत के पल बिताने का मौका भी मिलेगा.
*रखें सेहत का खयाल
महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह रहती हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप ऑफस में भी अपने प्रति फिक्रमंद रहें. जब भी आफिस जाएं तो अपने साथ टिफिन ले जाएं. बाहर के खाने से आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. इसके अलावा दिन भर आफिस में काम करने के बाद आपके शरीर को मूवमेंट की जरूरत होती है. संभव हो तो ऑफिस में ही बीच-बीच में 5 या 10 मिनट के लिए टहलें. इसके अलावा वक्त निकालकर सुबह या या शाम को कुछ देर टहलें या अन्य किसी तरह की कसरत करें.