इस नवरात्र रहें वेजीटेरियन, पहनें वेजीटेरियन

-प्रीति शर्मा- फैशन ऐसी चीज है जो समय-समय पर अपने तेवर बदलते रहती है. लोगों में खूबसूरत और ट्रेंडी दिखने की चाह नये-नये फैशन स्टाइल को जन्‍म देती है. पूरी फैशन इंडस्‍ट्री मुख्‍यत: लडकियों को ही केंद्र में रखकर अलग अलग परिधानों का निर्माण करती है. इसीलिए हर आने वाले सीजन में लडकियों के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2014 11:46 AM

-प्रीति शर्मा-

फैशन ऐसी चीज है जो समय-समय पर अपने तेवर बदलते रहती है. लोगों में खूबसूरत और ट्रेंडी दिखने की चाह नये-नये फैशन स्टाइल को जन्‍म देती है. पूरी फैशन इंडस्‍ट्री मुख्‍यत: लडकियों को ही केंद्र में रखकर अलग अलग परिधानों का निर्माण करती है. इसीलिए हर आने वाले सीजन में लडकियों के लिए फैशन ट्रेंड जरूर बदल जाता है. लेकिन यहां यह भी मानना होगा कि आजकल जो भी कपडे डिजाइन किये जा रहे हैं वो फैशनेबल होने के साथ आरामदायक जरूर होते हैं. डिजाइनर भी इस बात पर काफी जोर डालते हैं कि इस भागदौड की जिंदगी में कपडे तो कम से कम कंफर्टेबल हों जो आपको रिलैक्‍स रखे.

इसी बात को ध्‍यान रखते हुए भारतीय डिजाइनरों ने इकोफ्रैंडली और प्राकृतिक और रिसाइकिल करने योग्‍य फैब्रिक को फैशन में उतारा है. फैशन और गारमेंट्स डिजाइनिंग में यह नयी इंट्री ‘जूट’ ने ली है. आज नवरात्री का बाजार जूट के बने कपडों से भरा हुआ है. इससे बनने वाले कुर्ते, सूट और कई तरह की डिजाइनर टॉप यूवाओं की पसंद बन गई है. जूट का फैब्रिक काफी हल्‍का होता है, उपर से इसका गोल्‍डन रंग और मोटे रेशे होने के कारण बिनाई मोटी होती है. जूट के इसी गुण का इस्‍तेमाल डिजाइनरों ने अबकी बार करके इसे लेटेस्‍ट ट्रेंड में ला दिया है.
जूट को अन्‍य फैब्रिक के साथ मिलाकर कपडों, एक्‍सेसरीज और फर्नीशिंग की चीजें बनाई जाती है. इसे कॉटन के साथ मिलाकर (जूको) कपडे का निर्माण किया जाता है. जूट के प्राकृतिक खुरदरेपन को कम करने के लिए नेश्‍नल इंस्टिट्यूट ऑफ एंड ऐलाइड फाइबर टेक्‍नॉलॉजी, कोलकाता (एनआइआरजेएएफटी) के वैज्ञानिकों ने एक अलग तरह का तरीका इजाद किया है जिससे इसे और भी कोमल और लचीला बनाया जा सकता है.फलस्‍वरूप जूट को आज देश और दुनिया के डिजाइनर काफी दिलचस्‍पी ले रहे हैं.
प्रभा मोहंती मसहूर फैशन डिजाइनर ने पहली बार जूट के इस्‍तेमाल को गारमेंट इंडस्‍ट्री में ला रही हैं. जूट का इस्‍तेमाल शुरु से ही बैग, रस्‍सीयां, चटाई, थैले और भी ऐसे कई चीजों के निर्माण में किया जाता है. मोहंती का कहना है कि जूट का आकर्षक गोल्‍डेन कलर इसकी खासि‍यत है. मोहंती बताती हैं कि सिल्‍क, कॉटन, सिंथेटिक के कपडों से उब चुके लोगों के लिए जूट एक बेहतर विकल्‍प लेकर सामने आया है.
अबतक जूट का इस्‍तेमाल घरों के समानों जैसे कार्पेट, वाल पेंटिंग, ब्‍लैंकेट, टेबल मैट, बैग्‍स, थैले आदि बनाने के कामों किया जाता था. अब इसका गोल्‍डन रंग लोगों की खूबसूरती बढाने के लिए भी किया जा रहा है.

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