कल से नवरात्रि शुरू हैं और आपको चिंता होगी कि उपवास के दौरान क्या खाए जाए. आप चिंता ना करें और इस नवरात्रि में आलू को अपने आहार में शामिल करें यह आपका वजन नहीं बढाएगा.यह हम नहीं कर रहे हैं बल्कि यह बात एक शोध में सामने आई है.
आम धारणा है कि ज्यादा आलू खाने से मोटापा बढ़ता है और मधुमेह जैसे कई अन्य रोग भी घेर लेते है. लखनऊ के हार्टिकल्चर प्रोड्यूस मैनेंजमेंट इंस्टीट्यूट (एचपीएमआई) ने इन धारणाओं को खारिज करते हुए बताया है कि आलू में वसा काफी कम मात्रा में होती है. एचपीएमआई के मुताबिक पश्चिमी देशों में मधुमेह के रोगियों को आलू खाने खाने की सलाह दी जाती है ताकि रोगी कम मात्रा में कैलोरी लें.
एचपीएमआई ने ‘आलू एक संपूर्ण आहार’ नाम से पर्चा जारी पर्चा जारी करके यह जानकारी दी. यह पर्चा भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा पूसा में बांटा गया. यह कार्यक्रम आलू पर ही था.
इस पर्चे में केंद्रीय आलू संस्थान शिमला ने कहा है कि आलू खाने का मोटापा बढ़ने से कोई संबंध नहीं है यह मात्र एक भ्रांति है. कच्चे और उबले आलू में मात्र 0.1 प्रतिशत वसा की मात्रा होता है जिससे मोटापा नहीं बढ़ सकता. इसमें वसा तभी बढ़ सकती है जब जब इसे तेल या घी में फ्राई किया जाए. उबले आलू खाने से मोटापा नहीं बढ़ता.
इसमें कहा गया है मधुमेह के रोगियों को आलू खाने से इसलिए मना किया जाता है क्योंकि इसमें ग्लूकोज ज्यादा मात्रा में पाया जाता है. लेकिन इनमें कार्बोहाइड्रेट और वसा
कम मात्रा में पाया जाता है. जिस कारण पश्चिमी देशों कम कैलोरी वाले भोजन के रूप में शामिल किया जाता है जबकि इन देशों में आलू अधिक मात्रा में खाया जाता है.
एचपीएमआई ने बताया कि बेलारूस में एक व्यक्ति हर साल 653 किलो आलू की खपत करता है वहीं पौलेंड में यह मात्रा 46 किलो है. जबकि भारत में यह मात्रा बहुत ही कम 14.8 किलो प्रतिवर्ष है.
आलू के कंद में 75.80 फीसदी पानी, 16.20 फीसदी काबरेहाइड्रेट, 2.5 से तीन फीसदी प्रोटीन, 0.6 फीसदी रेशा, 0.1 फीसदी वसा तथा एक फीसदी खनिज पदार्थ पाये जाते हैं.
इसके अलावा विटामिन, ग्लाइको अल्काइड भी कुछ मात्रा में पाया जाता है. साथ ही कहा गया है कि आलू को उबालकर ही खाना चाहए.
तो अब आपकी मुश्किल आसान हो गई है. इस बार नवरात्रि में उबले आलू को बेफिक्र होकर शामिल कर सकते हैं.