सुमिता कुमारी
डायटीशियन
डायबिटीज एंड ओबेसिटी
केयर सेंटर, पटना
हर सब्जी का स्वास्थ्य के हिसाब से अपना एक अलग गुण होता है. उसी प्रकार हर रंग की सब्जी स्वास्थ्य को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करती है. यदि रोज के खाने में सब्जियों का रंग के आधार चयन किया जाये, सप्ताह के हर एक दिन अलग-अलग रंग की सब्जी का सेवन किया जाये, तो स्वास्थ्य को भी सही रखा जा सकता है. सप्ताह के पहले दिन सफेद, दूसरे दिन लाल, तीसरे दिन हरा, चौथे दिन नारंगी, पांचवें दिन पर्पल, छठे दिन पीला और सातवे दिन सातों रंग की सब्जी का सेवन फायदेमंद है. इसके मदद से वजन को संतुलित रखने के साथ-साथ अनेक रोगों को भी दूर रखा जा सकता है.
सफेद, लाल और हरा रंग
सप्ताह के पहले दिन सफेद रंग की सब्जी और फल जैसे-केला, बंद गोभी, लहसुन, अदरक, मशरूम, प्याज और आलू का सेवन कर सकते हैं. सफेद रंग के भोजन में एंथोजेन्थिन्स होता है जो ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. दूसरे दिन के भोजन में लाल रंग के खाद्य पदार्थ जैसे-लाल सेब, लाल आलू, टमाटर, लाल अंगूर आदि का सेवन करना चाहिए.
टमाटर में लाइकोपीन होता है, जो कैंसर के खतरे को कम करता है. टमाटर की चटनी या सॉस बना कर खाने से शरीर इसे आसानी से एब्जॉर्ब करता है. तीसरे दिन हरे रंग की सब्जियों और फलों का सेवन फायदेमंद होता है. हरे सेब, ब्रोकली, बीन्स, खीरा, अंगूर, मटर, नीबू आदि का सेवन किया जा सकता है. हरी सब्जियों में मुख्यत: क्लोरोफिल होता है. अंगूर, भुट्टा और संतरा आदि में ल्यूटिन और जियाजेन्थिन पाये जाते हैं. यह कैटेरेक्ट्स से बचाते हैं. इसके अलावा हरी सब्जियों के सेवन से कई प्रकार के कैंसर से भी बचाव होता है.
नारंगी, पर्पल और पीला रंग
चौथे दिन नारंगी रंग के ग्रुप और छठे दिन पीले रंग के फलों और सब्जियों के ग्रुप जैसे-पीले सेब, गाजर, नीबू, संतरे, आम आदि का सेवन करें. पीले और नारंगी रंग के भोजन में कैरोटिनॉइड्स होता है. यह भी कैंसर से बचाता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है. पांचवें दिन पर्पल ग्रुप जैसे-ब्लैकबेरीज, ब्लू बेरीज, बैंगन आदि का सेवन कर सकते हैं. पर्पल भोजन में एंथोसियानिन्स पाया जाता है, जो एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट है. यह कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाता है. ब्लूबेरीज उम्र के कारण कमजोर होनेवाली याददाश्त को भी सही रखने में कारगर है. अत: डायट में इंद्रधनुषी विविधता लाएं और स्वस्थ रहें.