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सेहत का खजाना है पालक

सुनीता त्रिपाठी सीनियर डायटीशियन प्राइम सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, दिल्ली हरी सब्जियों में पालक का नाम सबसे ऊपर है. यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद है. इसमें शरीर के लिए आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिन ए, फोलिक एसिड, प्रोटीन और लौह तत्व भरपूर मात्र में होते हैं. इसके सेवन कई रोगों से भी छुटकारा मिलता है. यह […]

सुनीता त्रिपाठी
सीनियर डायटीशियन प्राइम सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, दिल्ली
हरी सब्जियों में पालक का नाम सबसे ऊपर है. यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद है. इसमें शरीर के लिए आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिन ए, फोलिक एसिड, प्रोटीन और लौह तत्व भरपूर मात्र में होते हैं. इसके सेवन कई रोगों से भी छुटकारा मिलता है.
यह हरी पत्तेदार सब्जी गुणों से भरपूर है. पोषक तत्वों की प्राप्ति के लिए इसका नियमित सेवन बेहतर माना जाता है. पालक में विटामिन ए और सी प्रचुर मात्र में होते हैं. इसके अलावा विटामिन बी कॉम्पलैक्स, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम की भी प्रचुरता होती है. शोध के अनुसार एक कप पालक से दिन भर की मैग्नीशियम की जरूरत का 40 प्रतिशत प्राप्त हो जाता है. मधुमेह पीड़ित लोगों के लिए भी पालक अच्छा विकल्प है. दही के साथ कच्चे पालक का रायता बहुत ही स्वादिष्ट और गुणकारी होता है.
इन रोगों से बचाता है
ऑस्टियोपोरोसिस : खनिज तत्वों की प्रचुरता के कारण यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस को दूर रखता है.
आंखों की रोशनी : पालक मैकुलर डिजेनरेशन का जोखिम भी कम करता है. मैकुलर डिजेनरेशन 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में अंधेपन का मुख्य कारण है. इसके अलावा, विटामिन ए की कमी से रतौंधी और आंखों की रोशनी में कमी जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं.
शरीर की क्षतिपूर्ति में सहायक : प्रचुर मात्र में मौजूद फोलेट डीएनए और कोशिकाओं की सामान्य क्षति को पूरा करता है और इससे शरीर स्वयं अपने नुकसान की भरपाई कर लेता है.
एंटीऑक्सीडेंट : यह शरीर में उपापचय व अन्य सामान्य क्रियाओं के दौरान बननेवाले फ्री-रेडिकल्स से लड़ने में सहायक है. फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और कैंसर तथा हृदयरोगों के कारण बन सकते हैं.
वजन घटाने में सहायक : इसमें फाइबर प्रचुर मात्र में होता है, इसलिए यह मोटापा घटाने के इच्छुक लोगों के लिए आदर्श आहार है. सलाद, सब्जी और जूस में पालक का ज्यादा-से-ज्यादा उपयोग बेहतर होता है.
पोस्टमेनोपॉजल सिंड्रोम : पालक में मौजूद मैग्नीशियम पीएमएस के लक्षणों में कमी लाता है. इस अवस्था में पेट फूलने जैसी शिकायतों से बचने के लिए पालक बेहतर विकल्प है.
प्रतिरक्षा प्रणाली बनाता है मजबूत : पालक में मौजूद पोषक तत्व प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं और शरीर को सामान्य संक्रमणों से बचाते हैं.
बालों को मिले मजबूती : इसमें बालों के लिए आवश्यक विटामिन भी विशेष मात्र में होते हैं. बाल झड़ने से परेशान लोगों को कच्चे पालक का सेवन करना चाहिए.
ये लोग न करें सेवन
पालक में कैल्शियम और फॉस्फोरस होता है, जो मिल कर कैल्सियम फॉस्फेट बनाता है. यह पानी में घुलता नहीं है, जिससे पथरी बन जाती है. इसलिए पथरी के रोगियों को सिर्फ पालक की सब्जी नहीं खानी चाहिए. पालक और हरी पत्तेवाली मेथी मिला कर साग बना कर खाने से पथरी नहीं बनती है. कच्चे पालक के रस के सेवन करने से भी पथरी नहीं होती है.
बातचीत : विनीता झा

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