गरदन का ऊपरी हिस्सा अकड़ जाता है
डॉ विकास कुमार तरवे सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट, अपोलो हॉस्पिटल, कोलकाता मेरी उम्र 30 वर्ष है. तीन महीनों से दांयी एड़ी में दर्द है. आर्थोपेडिक सजर्न को दिखा कर खून जांच करायी और दवाइयां भी खा रही हूं, लेकिन फायदा नहीं है. अनुप्रिया मंडल, चास, बोकारो ऐसा लगता है कि आपकी एड़ी में प्लांटर फेटायटिस की समस्या […]
डॉ विकास कुमार तरवे
सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट, अपोलो हॉस्पिटल, कोलकाता
मेरी उम्र 30 वर्ष है. तीन महीनों से दांयी एड़ी में दर्द है. आर्थोपेडिक सजर्न को दिखा कर खून जांच करायी और दवाइयां भी खा रही हूं, लेकिन फायदा नहीं है.
अनुप्रिया मंडल, चास, बोकारो
ऐसा लगता है कि आपकी एड़ी में प्लांटर फेटायटिस की समस्या है. यदि खून जांच में में यूरिक एसिड, आर ए फैक्टर और सी रियेक्टिव प्रोटीन की मात्र उपयुक्त है, तो चिंता की बात नहीं. एड़ी में दर्दवाली जगह पर दिन में तीन बार पांच मिनट तक बर्फ लगाएं. साथ ही गरम और ठंडे पानी की सेंक करें. चप्पल या जूते मुलायम सोल की पहनें. जूते में सिलिकॉन हील डाल कर व्यवहार करें. तीन सप्ताह में आराम नहीं मिले, तो पास के फिजियोथेरेपी क्लिनिक में अल्ट्रासाउंड थेरेपी/लेजर थेरेपी 10 दिनों तक लें. आप खाली पैर बिल्कुल भी न चलें.
12 वर्षो से दोनों घुटनों में आस्टियों आर्थोराइटिस है. दर्द इतना बढ़ गया है कि चलना-फिरना भी मुश्किल है. डॉक्टर ने बायें घुटने के प्रत्यारोपण की बात कही है. क्या इसके बाद फिजियो करना जरूरी है.
कुसुम देवी (58 वर्ष), पटना
ऑपरेशन के एक महीने बाद आपको फिजियो के निर्देशानुसार व्यायाम करना चाहिए. इसमें जांघ की मांसपेशियों के लिए अलग-अलग तरीके से व्यायाम करना होगा, ताकि मांसपेशियों की शक्ति बढ़े और आप सामान्य रूप से चल-फिर पाएं. फिजियो पहले तीन सप्ताह में वाकिंग फ्रेम के साथ और उसके बाद छड़ी के सहारे चलने की प्रैक्टिस करायेंगे. उसके तीन सप्ताह बाद छड़ी के सहारे सीढ़ी चढ़ना-उतरना सिखाया जायेगा.
मैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूं. कुछ महीनों से गरदन में दर्द रहता है. आंधे घंटे काम करने के बाद ही पीछे का ऊपरी हिस्सा अकड़ जाता है. क्या उपचार है?
रोहित कुमार (35 वर्ष), जमशेदपुर
समस्या का एक मात्र कारण है लगातार घंटों तक बैठ कर काम करना. इस समस्या को डिजेनेरेटिव डिस्क डिजीज कहते हैं. ऑफिसों में बैठ कर काम करने वाले लोगों को ऐसी शिकायतें ज्यादा होती हैं. उपाय है कि हर एक घंटे बाद उठ कर 1-2 मिनट टहलें. नियमित रूप से प्राणायाम करें. किसी क्वालीफाइड फिजियो से संपर्क करें. गरदन और कंधे की मांसपेशियों की कसरत नियमित रूप से दिन में दो बार 15 से 20 मिनट तक करना चाहिए. इतना करने से आप काफी राहत महसूस करेंगे.