ड्राइंगरूम घर का वो कोना होता है जिस पर मेहमानों की सबसे ज्यादा नजर पड़ती है या कह सकते हैं कि जिससे मेहमान सबसे ज्यादा दो चार होते हैं. ऐसे में इस कमरे को आकर्षक बनाने के लिए दीवारों के रंग, फर्नीचर और परदे सभी पर हम पूरा ध्यान देते हैं लेकिन लाइट को अनदेखा कर देते हैं, जबकि सही लाइट का चुनाव कर हम ड्राइंगरुम को और ज्यादा निखार सकते हैं.
ड्राइंग रूम की शोभा टेलीविजन होता है, तो शुरुआत वहीं से करते हैं.
– ड्राइंगरूम में टीवी है, तो वहां पर लाइट को सीलिंग में फिट होना चाहिए या फिर ठीक टीवीवाली दीवार पर होना चाहिए. लाइट को कभी टीवी के सामनेवाली दीवार पर न लगाएं वरना टीवी देखने में बाधा आयेगी.
– ड्राइंगरूम के आर्ट वर्क और फोटो फ्रेम को लाइट के जरिए हाइलाइट करें. आजकल बाजार में फोकस लैंप बड़ी आसानी से मिल जाते हैं. इस तरह के फोकस लैंप में आप नीयोन लैंप को चुनें, तो बेहतर होगा, क्योंकि यह काफी जानदार और ऊर्जावान होते हैं जिससे आसानी से चीजें हाइलाइट हो जायेंगी.
– कमरे में शीशा लगा हो तो कमरा बड़ा दिखता है. यह बात हम सभी को मालूम है लेकिन सही जगह पर लाइट का इस्तेमाल करके भी आप कमरे की खूबसूरती बढ़ा सकती हैं. अगर शीशे के सामने या जहां लाइट हो वहां शीशा लगाएं, तो कमरा खूबसूरत और चमकदार बन जायेगा. खास बात यह है कि शीशा लगाने से पावर की बचत भी होगी.
– लाइट सिर्फफ्रेम या आर्ट वर्क को ही हाइलाइट नहीं करती, बल्कि जानकारों की मानें तो तरह-तरह की रंग-बिरंगी लाइटें लगाने से परिजनों का मूड अच्छा रहता है. जहां फ्लोरेसेंट लाइट आपको ऊर्जावान बनाती है, वहीं नीली-पीली लाइट आपको थकान का एहसास कराती है. इसलिए जब भी रंगों का चुनाव करें, तो हमेशा अपने और परिवारवालों के मूड को ध्यान में रख कर करें. कुल मिलाकर सही रोशनी यानि लाइट का चयन आपके घर को ही नहीं आपके मूड को पॉजिटिव कर आपके व्यक्तित्व में भी निखार ला सकता है.