मेनोपॉज के कारण हो सकता है वजिनल ड्रायनेस

क्या वजिना में ड्रायनेस मेनोपॉज का लक्षण है? वजिना में ड्रायनेस मेनोपॉज का एक सामान्य लक्षण है और आमतौर पर अधिकतर महिलाओं को मेनोपॉज के बाद महसूस होता है. एक सर्वे के अनुसार 40 से 84 के बीच लगभग आधी महिलाएं इसकी शिकायत करती हैं. यह समस्या एस्ट्रोजेन की कमी के कारण होती है, जिससे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2014 12:11 PM
क्या वजिना में ड्रायनेस मेनोपॉज का लक्षण है?
वजिना में ड्रायनेस मेनोपॉज का एक सामान्य लक्षण है और आमतौर पर अधिकतर महिलाओं को मेनोपॉज के बाद महसूस होता है. एक सर्वे के अनुसार 40 से 84 के बीच लगभग आधी महिलाएं इसकी शिकायत करती हैं. यह समस्या एस्ट्रोजेन की कमी के कारण होती है, जिससे युवावस्था की तुलना में इसकी फ्लेक्सिबिलिटी और नमी में कमी आ जाती है.
मेनोपॉज की शुरुआत होने पर वजिना की दीवार पतली और कम लचीली हो जाती है. इसी के कारण ये समस्याएं होती हैं. चिकनाहट में कमी के कारण संबंध बनाने के दौरान दर्द और ब्लीडिंग भी होती है. एक बार ड्रायनेस हो जाने के बाद इसे इंटरवेंशन द्वारा ठीक किया जा सकता है.
क्या इसका उपचार संभव है?
मेनोपॉज के कारण हुए वजिनल ड्रायनेस का उपचार संभव है. इसका उपचार कई तरीकों से किया जाता है, जिनमें -ल्यूब्रिकेंट्स, मॉश्च्यूराइजर और एस्ट्रोजेन थेरेपी प्रमुख हैं.
त्नवजिनल एस्ट्रोजेन रिंग : यह रिंग डॉक्टर या फिर आप खुद भी लगा सकती हैं. यह काफी सॉफ्ट और लचीली होती है. यह वजिनल टिश्यू में सीधे एस्ट्रोजेन देती है.
– वजिनल एस्ट्रोजेन टेबलेट : इस टेबलेट को वजिना में डाला जाता है.
– वजिनल एस्ट्रोजेन क्रीम : इस क्रीम को वजिना में लगाया जाता है. इसे लगाने का तरीका क्रीम पर निर्भर करता है. इन सभी उपायों को डॉक्टर की सलाह से ही प्रयोग में लाना चाहिए.
जवाब : डॉ मीना सामंत

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