उम्र बढने के साथ बॉडी पेन की शिकायत बढने लगती है. आपका यह दर्द गठिया रोग में बदल सकता है. इसके लिए समय से चौकन्ने हो जाइए और दर्द ठीक करने के उचित उपायों पर ध्यान दें. ध्यान रहे पेन किलर के इस्तेमाल पर निर्भर ना रहें ये आपके स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक हैं.
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बॉडी पेन से हों परेशान तो करें 10 उपाय
उम्र बढने के साथ बॉडी पेन की शिकायत बढने लगती है. आपका यह दर्द गठिया रोग में बदल सकता है. इसके लिए समय से चौकन्ने हो जाइए और दर्द ठीक करने के उचित उपायों पर ध्यान दें. ध्यान रहे पेन किलर के इस्तेमाल पर निर्भर ना रहें ये आपके स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक हैं. […]
दर्द के कई कारण हो सकते हैं चोट, सूजना, कूल्हों का दर्द आदि. ऐसे में दर्द के कारणों की पहचान कर उचित उपाय अपनाएं. आइये हम आपको कुछ ऐसे ही उपायों से परिचित कराएं
1. सबसे पहले अपना एक्सरसाइज पैटर्न सही करें. यह सुनिश्चित कर लें जिस बेड पर आप सोते हैं वह आरामदायक हो. इसके लिए कार्यस्थल का भी मूल्यांकन कर लें. आपकी टेबल, कुर्सी और बैठने की स्थिति कैसी है. इन सब में लापरवाही बरतने से आप बॉडी पेन का शिकार हो सकते हैं.
2. अपने रूटीन को मेंटेंन करें. ऐसा कैसे करना है इसके लिए आप स्वास्थ्य संबंधी पत्रिकाओं को भी पढ सकते हैं या चिकित्सकों की सलाह भी ले सकते हैं
3. तनाव लेने से बचें. ज्यादा तनाव आपके मन के साथ-साथ आपके शरीर को भी प्रभावित करता है. इससे बचने के लिए आप एक्सरसाइज, योग और मेडिटेशन कर सकते हैं.
4. गठिया दर्द (आर्थ्राइटिस) से परेशान हों तो कुछ एडवांस थेरेपी जैसे मैग्नेटिक थेरेपी का भी इस्तेमाल किया जा सकतै है जो कि गठिया दर्द को ठीक करने के लिए काफी प्रभावकारी है. जिससे गठिया दर्द और स्वेलिंग दोनों की ठीक हो जाती हैं. इसके अलावा लहसुन का पेस्ट बनाकर दर्द वाले स्थान पर लगाने से भी गठिया दर्द में आराम मिलता है.
5. डिहाइड्रेशन से भी जोड़ों का दर्द हो सकता है. इसलिए शरीर में पानी की भी पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए. इसिलए प्यास ना हो तब भी पानी खूब पिएं.
6. आप ऑफिस या घर में किस तरह से बैठते हैं इस बात का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. खासकर ऑफिस में. आप दिन के आठ घंटे ऑफिस में बिताते हैं तो लगातार कुर्सी पर ही बैठे रहते हैं. आपके बैठने का तरीका अक्सर गलत होता है. इससे मांसपेशियों, पीठ या गर्दन में दर्द हो सकता है. इसलिए जरूरी है कि आप लगातार बैठे ना रहें थोड़ी-थोड़ी देर में टहल भी लें.
7. हाई हील सैंडिल या टाइट फिटिंग के शूज पहनने से अक्सर जोड़ों पर दबाव पड़ता है और उनको कमजोर करता है. इसलिए हाई हिल सैंडिल पहनने से बचें और सही फिटिंग के शूज ही पहनें.
8. महिलाओं के साथ तब भी ये दिक्कत होती है जब वे मोनोपोजड से गुजरती हैं. इस दौरान हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. सही मात्रा में मिनरल वाटर पीने से इस स्थिति से बचा जा सकता है. इसके अलावा हड्डियों को मजबूत करने के लिए कैल्सियम भी जरूरी है. मैग्नेटाइज्ड वाटर में हड्डियों को मजबूत करने वाले तत्व होते हैं जैसे मिनरल, आइरन, कैल्सियम और मैग्नीशियम
9. हड्डियों को मजबूत करने के लिए मिलरल और प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों को भोजन में शामिल करें. कार्बोहाइड्रेट्स और फैटी एसिड, ऑयली खाद्य पदार्थों से परहेज करें. क्योंकि इससे जोडों में सूजन हो सकती है.
10. ऑलिव ऑयल की हल्की मसाज से भी जोडों के दर्द में राहत मिल सकती है. दर्द वाले स्थानों पर हल्के-हल्के ऑलिव आयल से मसाज करें. इससे आपको राहत मिलेगी. लेकिन अगर आपको रेगुलर इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो फिजीशियन से भी जरूर कंसल्ट कर लें.
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