मैफ1 को प्रोटीन सेंषण को नियंत्रित करने वाले एजेंट के रूप में ही पहचाना जाता रहा.
न्यूयॉर्क : मोटापा आधुनिक जीवनशैली की सबसे बड़ी समस्या बन कर उभरी है और उसके लिए नित नयी-नयी औषधियां और उपाय खोजे जा रहे हैं, लेकिन हाल ही में हुए एक ताजा शोध से पता चला है कि वास्तव में मोटापा से लड़ने में कारगर एक तरह की प्रोटीन हमारे शरीर में ही मौजूद है. शोध के अनुसार, मानव कोशिकाओं में अन्य प्रोटीनों के संश्लेषण को नियंत्रित करने वाला प्रोटीन वास्तव में शरीर में वसा के स्तर को नियंत्रित रखने में भी सक्षम है.
शोध कीड़े-मकोड़ों में पाये जाने वाले प्रोटीन मैफ1 पर लागू होता है, लेकिन मानव शरीर में पाया जाने वाला इसी संरचना वाला प्रोटीन कोशिका में प्रोटीन उत्पादन को भी नियंत्रित करता है, जिससे इस बात की उम्मीद भी बढ़ती है कि यह वसा भंडारण को भी नियंत्रित कर सकता है. शोध के लेखक यूनिवर्सिटीऑफ सदर्न कैलिफोर्निया डेविस में सहायक प्रोफेसर सीन कुर्रन ने बताया, इस तरह की कार्यप्रणाली वाला प्रोटीन वसा नियंत्रित करने वाली औषधि निर्माताओं के लिए एक नया लक्ष्य पेश करता है.
हमें मैफ1 के बारे में एक दशक से ज्यादा समय से पता है, लेकिन अब तक इसका किसी एक कोशिका में ही अध्ययन किया गया और इसे प्रोटीन सेंषण को नियंत्रित करने वाले एजेंट के रूप में ही पहचाना जाता रहा. अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने जीव विज्ञानियों द्वारा अक्सर शोध के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले पारदर्शी कृमि सी. एलिगंस में पाये जाने वाले मैफ1 प्रोटीन का अध्ययन किया.