चिकित्सकों ने जांघ की वसा से विकसित किया स्तन

नयी दिल्ली : दिल्ली में एक अस्पताल के चिकित्सकों ने एक बेहद कामयाब सर्जरी को अंजाम देते हुए एक युवती के स्तन के एक हिस्से को विकसित किया और इसके लिए उन्होंने जांघ की वसा का इस्तेमाल किया. यह महिला ‘पोलैंड सिंड्रोम’ से ग्रसित थी. सर गंगाराम अस्पताल के प्लास्टि एवं कास्मेटिक सर्जरी विभाग के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2015 10:20 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली में एक अस्पताल के चिकित्सकों ने एक बेहद कामयाब सर्जरी को अंजाम देते हुए एक युवती के स्तन के एक हिस्से को विकसित किया और इसके लिए उन्होंने जांघ की वसा का इस्तेमाल किया. यह महिला ‘पोलैंड सिंड्रोम’ से ग्रसित थी. सर गंगाराम अस्पताल के प्लास्टि एवं कास्मेटिक सर्जरी विभाग के डॉक्टर विवेक कुमार ने कहा, ‘‘पोलैंड सिंड्रोम एक आनुवांशिक समस्या है जो मुख्य रूप से लडकियों की किशोरावस्था में दिखती है.

इस समस्या के कारण महिला के स्तन का एक हिस्सा विकसित नहीं हो पाता है.’’ इंदौर की रहने वाली 23 वर्षीय युवती को पोलैंड सिंड्रोम से ग्रसित होने के बारे में पता चला था. कुमार ने कहा कि इस युवती ने इंटरनेट के जरिए इस समस्या से निजात पाने के लिए चिकित्सकों के पते ढूंढे.

यह युवती इस अस्पताल में पहुंची जहां चिकित्सकों ने जांघ की वसा का इस्तेमाल करते हुए उसके स्तन के अविकसित हिस्से को विकसित करने का काम किया. कुमार ने कहा, ‘‘हमने पिछले साल 28 जून को सर्जरी की थी। सर्जरी के दौरान जांघ से ली गई वसा का इस्तेमाल करके स्तन के बाएं हिस्से को विकसित किया गया. इस वसा को इंजेक्ट करने में काफी सावधानी बरती गई.’’

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