एक्जिमा के बारे में लोगों ने कई मिथक बना रखे हैं. ऐसी धारणा है कि एक्जिमा से बचाव के लिए अपने आहार में परिवर्तन लाना चाहिये, व्यायाम करने से बचना चाहिये क्योंकि इससे त्वचा पर पसीना आएगा और एक्जिमा से ग्रस्त त्वचा पर जलन होगी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया भर में एक्जिमा से पीड़ित लोगों के आंकड़े बच्चों में 5 प्रतिशत और वयस्कों में 10 से ज्यादा हैं. हार्ले स्ट्रीट डर्मेटोलॉजी क्लीनिक के डॉ एडम फ्रीडमैन का मानना है कि हमारे आसपास एक्जिमा को लेकर कई मिथक हैं जो असल में प्रभावित व्यक्ति के साधारण जीवन को कठिन बना देता है. हमारे पास कई केस आते हैं जिसमें पैरेंट्स बच्चों के आहार को एक्जिमा होने के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं लेकिन ये गलत है.
डॉ एडम कहते हैं- दरअसल एक्जिमा किस कारण होता है ये अभी तक हम सभी के लिए जानने का ही विषय है.
कुछ मिथक कहते हैं…
· रोज नहाना एक्जिमा को बढ़ाता है.
-जबकि सत्य ये है कि, रोज नहाना एक्जिमा को नहीं बढ़ाता. खुशबूदार साबुन और जैल से नहाने से अच्छा हाइपो-एलरजेनिक, बिना खुशबु वाले उत्पादन इस्तेमाल करने चाहिये. साथ ही गर्म पानी की अपेक्षा गुनगुने पानी से नहाना हितकर होगा. नहाने के बाद गीले बदन पर टेलकाम पाउडर नहीं बल्कि नमी युक्त क्रीम लगनी चाहिए.
· एक्जिमा से ग्रस्त व्यक्ति को पूल में नहीं नहाना चाहिए क्यूंकि पूल में मौजूद क्लोरिन त्वचा को काट देता है और ये बाकी लोगों में संक्रमण फैलाता है.
-सत्य ये है कि पूल में नहाने से पहले यदि घर ही एक बार अच्छे से बाथ ले लिया जाए और संक्रमित स्थान पर क्रीम लगाकर पूल में नहाया जाए तो संक्रमण नहीं फैलता न ही पानी में मौजूद क्लोरिन त्वचा को काटता है. बेहतर होगा कि पूल में नहाने से पहले क्रीम लगा कर स्विमिंग सूट पहने.
· एक्जिमा पीड़ित व्यक्ति को व्यायाम नहीं करना चाहिए.
-सत्य है कि व्यायाम के दौरान आने वाला पसीना एक्जिमा में खुजली एवं जलन पैदा कर सकता है जिससे एक्जिमा अधिक तेजी से संक्रमित होता है. इससे बचने के लिए खुले हवादार स्थान पर व्यायाम करें जिससे पसीना आने पर हवा से सूखता रहे और खुले आरामदायक, ढीले-ढाले कपड़े पहने जाएँ ताकि खुजली की समस्या पैदा न हो पाए. व्यायाम के दौरान गर्म पानी नहीं पिएं और व्यायाम के बाद गर्म पानी से स्नान न करें.
· एक्जीमा के लिए इस्तेमाल में लाये जा रहे ऑइलमेंट, ट्यूब और इनमें शामिल स्टेरॉयड स्थायी रूप से त्वचा को नुकसान पहुंचाता है.
-सत्य है, एक्जीमा त्वचा के ऊपरी/बाहरी हिस्से पर अपना संक्रमण फैलाता है जिसकी रोकथाम के लिए ऑइलमेंट, लिक्विड, ट्यूब जैसी दवाओं का प्रयोग किया जाता है जिसमें स्टेरॉयड की मात्रा पायी जाती है. यह स्टेरॉयड त्वचा की लालिमा, खुजली, लाल चकतों और सूजन को कम करते हैं.
इलाज के लिए दिए गए निर्देशों के अनुसार यदि स्टेरॉयड का प्रयोग किया जाए तो इलाज सम्भव है.