आपके फ्रिज में हैं बढ़ती उम्र को रोकने के उपाय
उम्र बढ़ने के साथ ही हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ने लगता है. जिसके बाद बीमारियों और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ने लगता है. इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप अपना फ्रिज ताज़े फलों और सब्जियों से हमेशा भर के रखें. आपका फ्रिज आपको बढ़ती हुई उम्र के खतरों से बचा सकता है. […]
उम्र बढ़ने के साथ ही हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ने लगता है. जिसके बाद बीमारियों और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ने लगता है. इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप अपना फ्रिज ताज़े फलों और सब्जियों से हमेशा भर के रखें. आपका फ्रिज आपको बढ़ती हुई उम्र के खतरों से बचा सकता है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि शरीर के इम्यून सिस्टम को कमज़ोर होने से बचाया जा सकता है यदि शरीर को एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में मिले.
विटामिन सी से भरपूर प्लेट भर सलाद, हरी पत्तेदार सब्जियां, अंकुरित दालें, किवी, ब्रोकोली, जामुन, टमाटर आदि शरीर की थाइमस ग्रंथि और इम्यून सिस्टम को दुरुस्त बनाए रखते हैं.
थाइमस ग्लैन्ड की कमियों को दूर करने के लिए विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट बेहद जरूरी हैं. थाइमस एक छोटी ग्रंथि है जो इम्यून सिस्टम सेल्स को बनने में मदद करता है जिससे गंभीर बीमारी जैसे कैंसर से लड़ा जा सके. ये सेल्स जीवन भर बनते और नष्ट होते रहते हैं. लेकिन थाइमस हर बात नये सेल्स बनाता है.
साइंस जर्नल में प्रकाशित एक सेल रिपोर्ट के अनुसार, एंटीऑक्सीडेंट थाइमस को नष्ट होने से बचाते हैं.
कैलिफोर्निया के स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट, डॉ हावर्ड ने कहा, टिश्यू की तुलना में थाइमस शरीर में अधिक तेजी बढ़ता है. यह पहली बार है कि हमने एंटीऑक्सीडेंट और साधारण इम्यून सिस्टम के बीच संबंध देखा है. जिसके बाद हमें नये उपचार और नई संभावनाएं तलाशनी होंगी ताकि बढ़ती उम्र में भी इम्यून सिस्टम बेहतर काम कर सके.
विटामिन सी कोशिकाओं के संरक्षण और रख—रखाव के लिए महत्वपूर्ण है. साथ ही यह घावों को भरने में मदद करती है. साथ ही ऊतकों और अंगों के कामकाज के लिए उपयोगी है.
वयस्कों को प्रतिदिन 40 मिलीग्राम विटामिन सी की आवश्यकता होती है. चूंकि इसे शरीर में स्टोर करके नहीं रखा जा सकता. इसलिए इसको प्रतिदिन ग्रहण करने के लिए फल, सब्जियां और सप्लीमेंट लेने चाहिए. कई फल जैसे पपीता, रसभरी, अनानास, जामुन, ब्लू बैरी, तरबूज आदि विटामिन सी के भरपूर स्रोत हैं.
अच्छी डाइट के साथ जरूरी है जीवनशैली कार्यशील रहे. ताकि अच्छे खान=पान का सम्पूर्ण असर शरीर पर दिखे.