अक्सर महिलाएं अपने बिगड़ते हार्मोन्स की वजह से बिमारियों से लड़ती रहती हैं. एक अच्छी आहार प्रणाली शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बना के रखती है. लेकिन आज के व्यस्त दिनचर्या वाले समय में महिलाएं और पुरुष दोनों ही हार्मोन्स की गड़बड़ी से जूझ रहें हैं.
महिलाओं में हार्मोन्स की कमी से सीधे उनके प्रजनन तंत्र पर असर पड़ता है. कई बार पीरियड मिस हो जाते हैं, शरीर पर बाल बढ़ना शुरू हो जाते हैं और सीस्ट जैसी बीमारियां उन्हें घेर लेती हैं. पुरुषों में भी हार्मोन्स डिसबलेंस हो जाने पर कई परिवर्तन आते हैं जैसे- उनके दाड़ी के बाल नहीं आते या नाम मात्र के आते हैं.
हार्मोन्स की समस्या से निपटने के लिए जरुरी है- अच्छी डाइट, एक्सरसाइज, स्ट्रेस फ्री लाइफ स्टाइल, बेहतर नींद और सप्लीमेंटस.
एक अच्छी डाइट के लिए जरुरी है कि डाइट में प्रोटीन को बढ़ाया जाए. साथ ही ऐसा आहार जो आपको स्वस्थ रखने के साथ-साथ आपको फिट भी रखे. इसके लिए आपको दालों, दूध, अंडा, मछली, अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां और फलों को अपने आहार में शामिल करना होगा.
इसके साथ यह भी ख्याल रखना होगा…
-एक बार में ढेर सी डाइट न ली जाए बल्कि हर दो घंटे के अंतराल में थोड़ा-थोड़ा खाया जाए. ऐसा करना आपके शुगर लेवल को बैलेंस करेगा और साथ ही आपको मोटा होने बचाएगा.
-शाम को हल्का खाना खाएं ताकि आराम से उसे पचाया जा सके. याद रहे कि 8:30 तक खाना खा लिया जाए क्योंकि यही सही समय होगा एक अच्छी नींद लेने का.
-भोजन में हमेशा नेचुरल फूड को शामिल करें. सब्जियों और फाइबर फूड का समावेश रखें.
-मीठे से दूर रहें. आइस क्रीम, केक, शुगर ड्रिंक्स, सफ़ेद पास्ता और चावल से भी दूर रहें क्योकि यह इन्सुलिन को बढ़ाते हैं.
-चाय और कॉफ़ी का सेवन कम करें. दिन में बस एक बार.
-प्रोटीन को अपने आहार में खास तवज्जो दें. बीन्स, सीड्स, नट्स, चिकन, टोफू आदि. दूध से बने आहार को कम खाएं. हफ्ते में एक बार.
बाहर हो तब क्या खाएं…
–सबसे पहले तो ये करें कि बाहर जाने से पहले ही घर से कुछ हेल्थी खा कर जाएं और बाहर खाने से बचें लेकिन फिर भी यदि खाना पड़े तो जंक फूड खाने से बचें. इससे बेहतर की कुछ चटपटा सब्जियों से भरा पिज्जा, सलाद या डार्क चॉकलेट शेक लें.
सबसे अच्छा क्या हो और क्या नहीं…
-सबसे अच्छा है कि अपनी डाइट में दही, दाल, खट्टी चटनियां, सब्जियां, रोटी, हरी सब्जी के साथ बासमती चावल, गाजर से बहरा सलाद, तंदूरी चिकन, बिरयानी और मछली को शामिल करें.
-जो नहीं होना चाहिए वो है, पूरी, कचौड़ी, समोसा, मुगलाई डिश और अधिक फैट वाले खाद्य पदार्थ.
सप्लीमेंट्स में अच्छे ब्रांड को प्राथमिकता दें. विटामिन- इ, सी, डी, बी6, फोलिक एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, ओमेगा-3, एल-ग्लूटामाइन, प्रोबायोटिक्स आदि को शामिल किया जा सकता है.