एक नई रिसर्च के अनुसार युवाओं में तेज़ी से फैलने वाले कैंसर का पता तब ही लग पाता है जब उन्हें एमरजेंसी में एडमिट किया जाता है. 29% ऐसे युवा हैं जिन्हें कैंसर के लक्षणों के बारे में पता ही नहीं होता. ये मामले तब सामने आते हैं जब उन्हें एमरजेंसी में हॉस्पिटल में एडमिट किया जाता है.
हर साल 2500, 13 से 24 वर्ष के युवाओं का कैंसर ट्रीटमेंट किया जाता है. ये चौकाने वाले तथ्य हैं क्योंकि साधारण बुखार के जैसे इस बीमारी के लक्षणों को अधिकतर युवा समझ ही नही पाते.
कैंसर से मरने वालों की तादात में इजाफा हुआ है जिनमें 9% पुरुष और 15% महिलाएं शामिल है जो 15 से 24 वर्ष के हैं.
इन तथ्यों को मद्देनजर रखते हुए, विशेषज्ञों ने कैंसर ज्ञात करने के 5 महत्वपूर्ण लक्षणों के बारे में बताया है.
1-दर्द का होना
शरीर के किसी भी भाग में होने वाला दर्द, यदि किसी भी दर्द-निवारक से न जाए तो उसे सीरियस लें. कल, परसों पर न छोड़ कर जल्द-से-जल्द डॉक्टर्स से चैकअप कराएं.
2-गांठ का होना
शरीर में यदि कहीं भी हल्की या ठोस गांठ का अनुभव हो तो उसे इग्नोर न करें. तुरंत ही इसकी जाँच कराएं. कैंसर किस गाठं से बन जाएं ये बिना जाँच के जान पाना मुश्किल हैं.
3-अत्यधिक थकान महसूस होना
काम करने के बाद थकान होना सामान्य बात है लेकिन यदि आप अच्छी नींद के बाद भी थका हुआ महसूस करें तो उसे अवॉयड न करें. लगातार थकान बने रहना जो आपके भरपूर सोने से भी न जाए, तब जरुरी है अपना टेस्ट कराएं.
4-वजन कम होना
बिना किसी डाइटिंग और फास्टिंग के यदि आपका वेट कम होने लगे तो इसे साधारणतया न लें. अचानक तेज़ी से वजह कम होने पर तुरंत जाँच करवाएं.
5-तिल जब बदले आकार
शरीर पर मौजूद तिलों में यदि रंग परिवर्तन या आकार परिवर्तन देखें तो इसे संकेत समझें. हालाकि हर बार ऐसा हो ये जरुरी नहीं लेकिन ये कैंसर न हो ये भी जरुरी नहीं. इन आशंकाओं से बचने के लिए बेहतर होगा की जल्द ही इन तिलों की जाँच करा ली जाए.
किसी भी संकेत को हल्के में न लें. अच्छा होगा की तुरंत डॉक्टर्स की सलाह लें और दवाओं के साथ एंटीकैंसर फूड डाइट लें.