केमिकल का प्रयोग आपको बना रहा है बीमार
क्या आप जानते हैं कि आपके घर में घातक केमिकल हैं, जो आपके स्वास्थ्य के साथ खेल रहे हैं. खिलौने, नेल पॉलिश, लोशन, फूड रैपर और फूड कंटेनर जैसी चीजें न सिर्फ आपके दिमागी विकास को प्रभावित कर रहे हैं बल्कि कई बिमारियों को भी न्यौता दे रहें हैं. केमिकल्स के प्रयोग ने कई बीमारियों […]
क्या आप जानते हैं कि आपके घर में घातक केमिकल हैं, जो आपके स्वास्थ्य के साथ खेल रहे हैं. खिलौने, नेल पॉलिश, लोशन, फूड रैपर और फूड कंटेनर जैसी चीजें न सिर्फ आपके दिमागी विकास को प्रभावित कर रहे हैं बल्कि कई बिमारियों को भी न्यौता दे रहें हैं.
केमिकल्स के प्रयोग ने कई बीमारियों का खतरा बढ़ा दिया है. ताजा शोध के अनुसार रोजाना इस्तेमाल होने वाले डिब्बाबंद खाने की पैकिंग, नकदी की रसीद, प्लास्टिक और कॉस्मेटिक के सामानों में लगे केमिकल्स ने दुनियाभर में लाखों लोगों को डायबिटीज और मोटापे से त्रस्त कर दिया है.
इन वस्तुओं में जहरीले तत्व
धातु के कंटेनर- पैक्ड फूड के धातु व प्लास्टिक रैपर में खतरनाक केमिकल बीपीए होता है.
खिलौने- कई खतरनाक पथैलेट्स. जैसे-डीईएचपी, डीबीपी, बीपीपी-1. ये रसायन मुंह के जरिए शरीर में पहुंचते हैं.
बोतल बंद पानी- प्लास्टिक की लचक बढ़ाने के लिए पथैलेट्स का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा फ्लोराइड और मैगजीन की मौजूदगी भी पानी को विषैला बनाती है.
प्लास्टिक कंटेनर- बिसफिनॉयल की वजह से ये केमिकल खाद्य पदार्थों में मिल जाते हैं. घी आदि के डिब्बे या रैपर गरम करने पर विषाक्त तत्व शरीर में पहुंचता है.
बीमारी फैलाते केमिकल्स…
पथैलेट्स- मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डालता है.
फ्लोराइड और मैगजीन- लगातार इस्तेमाल से आई क्यू कम करती हैं.
नेल पालिश व लोशन में मौजूद केमिकल- डिस्लेक्सिया होने की समस्या हो सकती है.
विशषज्ञों का कहना है कि दुनिया का अमूमन हर व्यक्ति किसी ना किसी प्रकार से रसायनों के संपर्क में आता है और इनमें से बहुत से रसायन शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। ये रसायन शरीर के हार्मोनों की नकल करते हुए, उन्हें रोकते हुए या उनकी प्रक्रिया में बाधा पहुंचाते हुए स्वास्थ्य संबंधी अनेक समस्याएं पैदा करते हैं.
यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के प्रोफेसर एंड्रे गोरे ने बताया, इनसे कोशिकाओं का विकास भी प्रभावित हो सकता है. ये हानिकारक केमिकल्स नपुंसकता, हार्मोन संबंधी कैंसर और कई अन्य बीमारियों को शरीर में फैलाते हैं.
इनसे बचने के लिए बेहतर होगा की ऐसे केमिकल्स प्रोडक्ट्स का कम प्रयोग किया जाए.