प्यार और करियर दोनों अलग बातें हैं. दोनों का ही जिंदगी में अलग-अलग महत्व है. एक सही करियर आपको सफल बनाएगा और जीवन में नई ऊँचाईयों पर पहुंचाएगा. वहीं एक बेहतर जीवनसाथी आपको एक खुशनुमा जीवन देता है. ऐसा कम ही होता है जब कोई अपने करियर में अपना सच्चा प्यार भी पा लेता है.
प्यार जिंदगी को रंगीन बनाता है, लेकिन जिंदगी चलाने के लिए करियर में सही मुकाम पर पहुंचना भी जरूरी होता है. कई बार जीवन में ऐसी परिस्थिति बन जाती है जब दोनों के बीच सही तालमेल बनाने में मुश्किल आती है. इन हालात में अक्सर लोग तालमेल नहीं बैठा पाते और दोनों में से एक को खो देते हैं.
प्यार और काम के बीच तालमेल बैठा पाना आसान नहीं है लेकिन मुश्किल भी नहीं है. प्यार अगर करियर के राह में रुकावटें डालने लगे तो यह सही नहीं है, और करियर को बहाना बनाकर अपने प्यार को नजरअंदाज करना भी ठीक नहीं होगा. करियर के चक्कर में प्यार को भुलाना या प्यार के चक्कर में करियर को पूरी तवज्जो न देना बहुत भारी पड़ सकता है. कई बार एक मिलता है, तो दूसरा नहीं और कई बार हाथ पूरी तरह खाली रह जाते हैं.
प्यार हो गया है और आप अपने प्यार से कोई समझौता नहीं करना चाहते, तो न करें, लेकिन उसके साथ-साथ अपने करियर पर भी पूरा-पूरा ध्यान दें. जब भी कोई प्यार में पड़ता है तो उसके सामने दो विकल्प रहते हैं, एक तो यह कि वे अपने प्यार पर ध्यान दें या फिर अपने करियर पर. करियर बनाने की उम्र में प्यार में पड़े युवक-युवतियां प्यार को ही तवज्जो देने लगते हैं. प्यार की खातिर अपने करियर को दाँव पर लगाने वाले युवक-युवतियाँ ये भूल जाते हैं कि प्यार करने के लिए तो सारी जिंदगी है, पर एक बार करियर छूट जाए तो उसे सँवारना बड़ा मुश्किल होता है. इसलिए प्यार और करियर में बैलेंस जरूर बनाकर चले.
जो युवक-युवतियाँ पढ़ाई के दौरान प्यार में पड़ जाते हैं वे अपना सारा समय प्यार को देते हैं जिससे उनका करियर समाप्त हो जाता है. बेहतर यह होगा कि दोनों ही अपनी जिम्मेदारियों को समझें और अपने सुनहरे भविष्य के लिए करियर को समय दें. लेकिन इसमें ऐसा भी नहीं है कि अपने प्यार को भूल जाएं नहीं. बिलकुल नहीं.
हाँ, प्यार के लिए समय तय करें और करियर पर ध्यान दें.
कुछ बातों को अपना नियम बना लें ताकि न प्यार छुटे न ही करियर
-सबसे पहले इस बात के लिए तैयार रहें कि अब आपको दोहरी जिम्मेदारियां निभाना पड़ेगी. ज्यादा काम के बोझ से अपना धीरज न खोएं.
-अपने साथी को ऑफिस के कार्य से जुड़ी जिम्मेदारियों के बारे में जरूर बताएं ताकि वह कार्य की गंभीरता को समझे और आपका सहयोग करें.
-एक लम्बे थके दिन के बीच में अपने प्यार से कुछ समय की बात करना आपको रिफ्रेश कर सकता है और इस तरह से एक-दूसरे को अच्छा भी फील कराया जा सकता है.
-ऑफिस की जिम्मदारियों को ध्यान में रखते हुए ही छुटिटयों के लिए आवेदन करें. अगर आप किसी जिम्मेदार पद पर हैं तो बहुत लंबी छुट्टी न लें.
-कोशिश करें कि दोनों यदि आस-पास ही ऑफिस में हैं तो शाम साथ निकले और डिनर करें. कुछ प्यार के पल आपको दिन भर के स्ट्रेस से आराम देंगे.
-छुट्टी पर जाने से पहले अपने विभाग से सम्बंधित अधिकारी से विचार-विमर्श कर लें. उन्हें अपने कामकाज से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां जरूर दें.