स्मोकिंग बना सकती है जल्दी बुढ़ा
शरीर को स्वस्थ बनाने में जिस तरह से सभी पोषक तत्व सहायक होते हैं उसी तरह से इन पोषक तत्वों की कमी शरीर को कमजोर और बुढ़ा बनाती है. अब तक के अध्ययनों में धूम्रपान से दिल और फेफड़ों को होने वाले नुकसान के बारे में तमाम तथ्य बताए जाते रहें हैं, लेकिन हालिया हुए […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
October 11, 2015 2:00 AM
शरीर को स्वस्थ बनाने में जिस तरह से सभी पोषक तत्व सहायक होते हैं उसी तरह से इन पोषक तत्वों की कमी शरीर को कमजोर और बुढ़ा बनाती है. अब तक के अध्ययनों में धूम्रपान से दिल और फेफड़ों को होने वाले नुकसान के बारे में तमाम तथ्य बताए जाते रहें हैं, लेकिन हालिया हुए एक शोध में चौकाने वाली बात सामने आई है.
एक शोध के मुताबिक अधिक धूम्रपान करने और शराब पीने से शरीर के डीएनए पर भी प्रभाव पड़ता है और इससे उम्र से पहले बुढ़ापा आने की आशंका बढ़ जाती है.
जैविक उम्र बढ़ने का अर्थ समय के साथ शारीरिक क्षमता का कम होना है. यह आमतौर पर कोशिकाओं के स्तर पर होने वाली क्षति से जुड़ा होता है. जैविक उम्र के बढ़ने में पर्यावरणीय कारकों के साथ-साथ जेनेटिक कारण भी जिम्मेदार होते हैं.
ताज़ा शोध अनुसार यह पाया गया कि धूम्रपान का समय से पहले बुढ़ापा आने से गहरा संबंध है. इससे त्वचा खुश्क होती है और चेहरे पर झुर्रियां पड़ती हैं. धूम्रपान से शरीर में विटामिन-सी का स्तर भी घटता है, जबकि विटामिन-सी का काम त्वचा की नमी बनाए रखना होता है. निकोटिन झुर्रियां पैदा करता है.
जितनी ज्यादा सिगरेट पीने की लत बढ़ती जाती है उतनी ही तेज़ी से शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती जाती है जिसके कारण व्यक्ति पर जल्द ही बुढ़ापा आने लगता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ आयोवा के शोधकर्ता रॉबर्ट ए. फिलिबर्ट ने कहा कि इस जानकारी के बाद इस बात का अनुमान लगाना सही होगा कि ज्यादा धूम्रपान और शराब पीने वालों पर भविष्य में पड़ने वाले प्रभावों को इस जानकारी के माध्यम से जानना चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है.