टीवी बना रहा बच्चों को मोटा
खेलकूद से दूर होना बच्चों के शारीरिक विकास को रोक कर मोटापे को बढ़ाता है. एम्स और आइएलबीएस द्वारा, हालिया किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अधिक देर तक टीवी देखने, कंप्यूटर चलाने व वीडियो गेम खेलने से बच्चे मोटे हो सकते हैं. अनियोजित विकास के चलते यहां बच्चे फुटबॉल, क्रिकेट, […]
खेलकूद से दूर होना बच्चों के शारीरिक विकास को रोक कर मोटापे को बढ़ाता है. एम्स और आइएलबीएस द्वारा, हालिया किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अधिक देर तक टीवी देखने, कंप्यूटर चलाने व वीडियो गेम खेलने से बच्चे मोटे हो सकते हैं.
अनियोजित विकास के चलते यहां बच्चे फुटबॉल, क्रिकेट, साइकिलिंग जैसे आउटडोर खेलों से दूर हैं और घरों के अंदर ही टीवी व कंप्यूटर के सामने बैठ कर खेलते रहते हैं. न सिर्फ दिल्ली में बल्कि कई अन्य बड़े शहरों का भी यही हाल है. इसके चलते बच्चों में तोंद निकालने लगी है.
अध्ययन अनुसार दिल्ली में प्रतिदिन 3 घंटे से अधिक और सप्ताह में 21 घंटे से अधिक टीवी देखने व वीडियो गेम खेलने वालों बच्चों की तादाद अधिक है. इसके लिए डॉक्टरों ने 902 स्कूली बच्चों को दो वर्गो में बांटकर तुलनात्मक अध्ययन किया.
पहले वर्ग में मोटापे से ग्रस्त 451 बच्चों को शामिल किया गया और दूसरे वर्ग में 451 सामान्य बच्चे रखे गए. अध्ययन के दौरान डॉक्टरों ने यह परखने की कोशिश की कि किस वर्ग के बच्चे कितनी देर तक टीवी और कंप्यूटर के सामने समय बिताते हैं और क्या देर तक ऐसा करना मोटापे का कारण हो सकता है?
डॉक्टरों ने अध्ययन में पाया कि जो बच्चे सप्ताह में 28 घंटे या उससे अधिक समय टीवी, कंप्यूटर के सामने समय बिताते हैं उनके मोटे होने का खतरा तीन गुना बढ़ जाता है. प्रतिदिन एक से दो घंटे या सप्ताह में सात से 14 घंटे से अधिक टीवी नहीं देखना चाहिए.
हालाकि हाल में दूसरे अध्ययनों में यह भी कहा गया है कि जो बच्चे प्रतिदिन डेढ़ घंटे से अधिक टीवी देखते हैं उनमे मोटापे से ग्रस्त होने का जोखिम 19.0 गुना अधिक होता है.
यह अध्ययन हाल ही में अंतरराष्ट्रीय जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है.